देवब्रत मंडल
गया-मानपुर रेलखंड क्षेत्र में पिछले दिनों दो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों पर पथराव करने के मामले में दो अभियुक्तों को आरपीएफ ने दबोच लिया है। दोनों अपना गुनाह कबूल कर लिया है। साथ ही भी बताया है कि दूसरी रेलगाड़ियों को भी अपना शिकार बनाने वाले थे लेकिन गया आरपीएफ पोस्ट प्रभारी निरीक्षक अजय प्रकाश के नेतृत्व में रेलवे सुरक्षा बल की टीम की सक्रियता की वजह से अन्य ट्रेनों को शिकार होने से बचा लिया गया। रेलवे द्वारा जारी बयान में बताया गया है कि गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान गया के मानपुर के रहने वाले विकास कुमार और मनीष कुमार के रुप में हुई है।
ट्विटर(एक्स) पर यात्री ने की थी शिकायत
16 नवंबर को एक्स (ट्विटर) पर शिकायत मिली थी कि गाड़ी संख्या 20894 डाउन (पटना टाटा वंदे भारत एक्सप्रेस) एवं गाड़ी संख्या 22304 डाउन ( गया हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस) में गया से गाड़ी खुलने के बाद मानपुर रेल खंड मध्य के पास अज्ञात व्यक्तियों द्वारा पत्थर मारा गया है। हमले में ट्रेन के विंडो का शीशा क्रैक हो गया है।
सूचना मिलते ही आरपीएफ की विशेष टीम जांच शुरू कर दी थी
सूचना मिलते ही आरपीएफ की विशेष टीम जांच शुरू कर दी थी। घटना की सूचना मिलने के बाद गया आरपीएफ पोस्ट के प्रभारी निरीक्षक अजय प्रकाश ने विशेष टीम गठित कर घटनास्थल के पास छापेमारी करते हुए एंबुश वॉच किया गया। इस दौरान मनीष कुमार उर्फ बादल उम्र 20 वर्ष, पिता सूरज प्रसाद पता मानपुर अड्डा पंप थाना बुनियादगंज जिला और विकास कुमार उर्फ सुपर उम्र 20 साल, पिता छोटन पासवान पता मानपुर गांधीनगर, थाना मुफ्फसिल जिला गया को गिरफ्तार कर लिया गया।
दोनों अभियुक्तों का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है
रेलवे द्वारा बताया गया कि गिरफ्तार दोनों अभियुक्तों का पुराना आपरधिक इतिहास भी रहा है और दोनों जमानत पर रिहा होकर बाहर आए थे। मामले की जांच सहायक उप निरीक्षक रामसेवक द्वारा दिए गए लिखित शिकायत के आधार पर आरपीएफ पोस्ट गया में एक कांड रेलवे एक्ट की धारा 153, 147 के तहत दर्ज हुआ है। इस मामले की जांच उप निरीक्षक राज किशोर सिंह आरपीएफ ओपी मानपुर द्वारा किया जा रहा है।
रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक ने जारी की अपील
इस बीच रेलवे ने अपील की है कि किसी भी कारण से चलती गाड़ियों पर पत्थर बाजी करने की कोशिश अपराधिक कृत्य है। सीसीटीवी कैमरा और दूसरे कैमरा से जांच करके तथा यात्रियों से फीडबैक लेकर गाड़ियों पर पत्थर मारने वाले अपराधियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक सूचना एवं प्रचार दिलीप कुमार ने कहा कि भारतीय रेल राष्ट्रीय संपत्ति है। गाड़ियों की रक्षा करना हर नागरिक का दायित्व है। उन्होंने लोगों से अपील की कि अपने-अपने गांव-शहर में चलती रेलगाड़ियों पर पत्थरबाजी करने वाले लोगों को चिन्हित करें और इसकी सूचना रेल सुरक्षा बल तथा स्थानीय पुलिस को दें। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाएं, ऐसा करने वाले अपराधी बच नहीं पाएंगे।