
गया जिले के बेलागंज थाना क्षेत्र के चुड़ीहारा बिगहा गांव में बुधवार रात अपराधियों ने जदयू के प्रखंड महासचिव और चिरैला पंचायत के उप मुखिया महेश मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस का कहना है कि यह हत्या चुनावी रंजिश का नतीजा है।
पुराने विवाद के कारण रची गई साजिश
जानकारी के अनुसार, वर्ष 2022 में वार्ड सदस्य चुनाव को लेकर महेश मिश्रा का जयराम मिश्रा और चंचल मिश्रा से विवाद हुआ था। बुधवार को चंचल मिश्रा के पिता स्व. श्यामबरन मिश्रा के भोज कार्यक्रम में महेश मिश्रा को निमंत्रण मिला था, जहां वह पहुंचे। इसी दौरान घात लगाए हमलावरों ने उन पर गोलियां चला दीं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
हत्या के बाद इलाके में तनाव, तीन आरोपी गिरफ्तार
घटना की सूचना मिलते ही बेलागंज थाना अध्यक्ष अरविंद किशोर पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज भेज दिया। पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए इस मामले में तीन आरोपियों—कामता मिश्रा (पिता स्व. श्यामबरन मिश्रा), सुधीर मिश्रा (पिता कामता मिश्रा) और रणधीर मिश्रा (पिता राजाराम मिश्रा)—को महज सात घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने हत्या की बात स्वीकार कर ली है। उनका कहना है कि महेश मिश्रा के साथ उनका पुराना राजनीतिक विवाद था, जिसके चलते उन्होंने इस वारदात को अंजाम दिया।
जदयू नेताओं ने की न्याय की मांग
जदयू प्रखंड अध्यक्ष संजय कुमार ने इस घटना पर दुख जताते हुए कहा कि महेश मिश्रा पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता थे और उनकी मेहनत को देखते हुए वर्ष 2023 में उन्हें प्रखंड महासचिव पद की जिम्मेदारी दी गई थी। उन्होंने प्रशासन से दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की। महेश मिश्रा अपने पीछे दो बेटे छोड़ गए हैं—15 वर्षीय गुलशन कुमार और 10 वर्षीय धर्मवीर कुमार। पिता की असमय मौत से परिवार गहरे सदमे में है। पुलिस ने गांव में सुरक्षा बढ़ा दी है और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए विशेष टीम गठित कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अन्य संभावित आरोपियों और हत्या के पीछे की साजिश की भी पड़ताल की जा रही है।