देवब्रत मंडल
लोकतांत्रिक व्यवस्था के तहत चुन कर आए गया नगर निगम के पार्षद ‘अपमान’ का घूंट पी रहे हैं। क्षेत्र की जनता हर दिन इनसे सवाल करते हैं और पार्षद बेचारे से नजर आ रहे हैं, इनके पास कोई जवाब नहीं है कि लोगों को समझा सकें कि आखिर हम क्या करें। नगर निगम बोर्ड की बैठक नहीं हो रही है। ताकि बैठक में पार्षद अपने क्षेत्र की समस्याओं को सदन के पटल पर रखें और इस पर कार्ययोजना तैयार कर उसे स्वीकृति प्रदान करा सकें।
नगर निगम की लोकतांत्रिक व्यवस्था में बोर्ड सर्वोपरि है। जैसे लोकसभा या विधानसभा में इसके सदस्य अपने क्षेत्र की समस्याओं को सदन के पटल पर रखते हैं और इसके क्रियान्वयन के लिए मंजूरी देते हैं। लेकिन निगम बोर्ड की बैठक हो नहीं रही है तो यह कहना अतिश्योक्ति नहीं कि यहां लोकतांत्रिक व्यवस्था चरमरा गई है।
04 जुलाई के बाद नहीं हुई है बैठक
इस संबंध में वार्ड नं 04 की पार्षद अनुपमा कुमारी कहती हैं कि विश्वप्रसिद्ध पितृपक्ष मेला 2024 को लेकर भी बोर्ड की बैठक नहीं बुलाई गई। इससे सभी पार्षद दुखी हैं। अब दशहरा, दीपावली और छठ पर्व नजदीक है। ऐसे में बोर्ड की बैठक शीघ्र होना चाहिए।
कई पार्षद सफाई व्यवस्था से हैं नाराज
पितृपक्ष मेला को लेकर निगम द्वारा जो सफाई व्यवस्था की गई है, उसे लेकर कई पार्षद नाराज हैं। अब तो मेयर भी सफाई के लिए हुई निविदा में कथित तौर पर गड़बड़ी की बात कह रहे हैं।
पूर्व नगर आयुक्त के कार्यकाल में बैठक के लिए किया गया था अनुरोध
गया नगर निगम के पूर्व आयुक्त आईएएस अभिलाषा शर्मा के कार्यकाल में ही सशक्त स्थायी समिति और बोर्ड की बैठक बुलाने के लिए पत्र लिखा गया था लेकिन बैठक नहीं बुलाई गई।
नए नगर आयुक्त भी बैठक संबंधित फ़ाइल को देख चुके हैं
गया नगर निगम के नए आयुक्त आईएएस कुमार अनुराग जब अपना पदभार ग्रहण किया तो पितृपक्ष मेला सिर पर था, इसलिए इन्होंने बोर्ड की बैठक अबतक नहीं बुलाई। निगम सूत्रों की मानें तो नगर आयुक्त ने बोर्ड की बैठक आहूत करने सबंधित संचिका प्रस्तुत करने को कहा और इनके पास पहुंच भी गई है लेकिन…