देवब्रत मंडल

गया के गांधी मैदान स्थित गांधी मंडप में राष्ट्र के गौरव सरदार वल्लभभाई पटेल की पुण्यतिथि पर एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। पटेल निर्माण सेना के जिला अध्यक्ष अरुण राऊत की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया और सरदार पटेल के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की।
सभा की शुरुआत में अरुण कुमार राऊत ने सरदार पटेल को भारत के सबसे बड़े देशभक्तों में से एक बताया और उनके योगदान को याद किया। पूर्व पार्षद बृज भूषण प्रसाद उर्फ कल्लू भैया ने कहा, “सरदार पटेल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि एक विचारधारा हैं, जो भारत को एकता के सूत्र में पिरोने का प्रतीक है।”कार्यक्रम में विभिन्न वक्ताओं ने सरदार पटेल के जीवन और योगदान पर अपने विचार रखे। अमरनाथ राय ने उन्हें “महान योद्धा” कहा, जबकि अरविंद कुमार ने इस बात पर जोर दिया कि सरदार पटेल किसी एक जाति या वर्ग तक सीमित नहीं थे; वे पूरे देश के प्रिय नेता थे। मधुकर पटेल, रिन्टु पटेल, संतोष राऊत, नरेश राऊत, गोपाल महाजन और अन्य वक्ताओं ने भी सरदार पटेल के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की।
कार्यक्रम में विभिन्न वक्ताओं ने सरदार पटेल के जीवन और योगदान पर अपने विचार रखे। अमरनाथ राय ने उन्हें “महान योद्धा” कहा, जबकि अरविंद कुमार ने इस बात पर जोर दिया कि सरदार पटेल किसी एक जाति या वर्ग तक सीमित नहीं थे; वे पूरे देश के प्रिय नेता थे। मधुकर पटेल, रिन्टु पटेल, संतोष राऊत, नरेश राऊत, गोपाल महाजन और अन्य वक्ताओं ने भी सरदार पटेल के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की।
सभा के समापन पर बिहार राज्य कुष्ठ कल्याण समिति के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व वार्ड पार्षद डॉ. बिनोद कुमार मंडल ने उपस्थित लोगों से सरदार पटेल की विचारधारा को अपने जीवन में अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “जब तक हम सरदार पटेल की एकता और राष्ट्रवाद की सोच पर नहीं चलेंगे, तब तक भारत और इसकी संस्कृति को मजबूत नहीं किया जा सकता।”
सभा के समापन पर बिहार राज्य कुष्ठ कल्याण समिति के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व वार्ड पार्षद डॉ. बिनोद कुमार मंडल ने उपस्थित लोगों से सरदार पटेल की विचारधारा को अपने जीवन में अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “जब तक हम सरदार पटेल की एकता और राष्ट्रवाद की सोच पर नहीं चलेंगे, तब तक भारत और इसकी संस्कृति को मजबूत नहीं किया जा सकता।”