देवब्रत मंडल

गया के बागेश्वरी रेलवे गुमटी पर बहुप्रतीक्षित रेल ओवरब्रिज (आरओबी) के निर्माण को लेकर महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। रविवार को इस परियोजना के तहत ड्रोन सर्वेक्षण का कार्य पूरा कर लिया गया। इससे पहले अपर समाहर्ता (राजस्व) पारितोष कुमार ने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ स्थल का निरीक्षण किया था।
ड्रोन सर्वेक्षण की रिपोर्ट डीएम को सौंपी जाएगी
सूत्रों के अनुसार, सर्वेक्षण के दौरान गया सदर अंचल चंदौती के अंचल अधिकारी (सीओ), राजस्व पदाधिकारी और अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे। ड्रोन सर्वेक्षण से प्राप्त आंकड़ों और निष्कर्षों को जिला पदाधिकारी (डीएम) के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा, जिसके आधार पर परियोजना की आगामी प्रक्रिया तय की जाएगी।
पुल निर्माण निगम की टीम जल्द करेगी विस्तृत सर्वेक्षण

जानकारी के अनुसार, अगले एक-दो दिनों में बिहार राज्य पुल निर्माण निगम की टीम भी स्थल का निरीक्षण करेगी। इस विस्तृत सर्वेक्षण के बाद आरओबी के निर्माण हेतु कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया जाएगा।
जल्द आमंत्रित होगी निविदा
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, इस परियोजना के लिए जल्द ही निविदा प्रक्रिया शुरू की जा सकती है। फिलहाल, निर्माण कार्य के प्राक्कलन (अनुमानित लागत) को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया जारी है, जिसे शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने की थी आरओबी निर्माण की घोषणा
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 13 फरवरी को गया दौरे के दौरान प्रगति यात्रा के तहत इस आरओबी के निर्माण की घोषणा की थी। यह पुल गया-कोडरमा ग्रैंड कॉर्ड रेलखंड पर एलसी 71/सी के स्थान पर बनाया जाना है। फरवरी के अंतिम सप्ताह में इस परियोजना को प्रशासनिक स्वीकृति भी प्रदान की जा चुकी है।
रेल फाटक पर जाम की गंभीर समस्या
यह रेलखंड अत्यधिक व्यस्त होने के कारण रेल फाटक अधिकांश समय बंद रहता है, जिससे वाहनों और पैदल यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है। जाम की समस्या इतनी गंभीर है कि आपातकालीन सेवाओं (एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड आदि) को भी आवाजाही में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
आरओबी से दुर्घटनाओं में आएगी कमी
इस रेलवे फाटक को पार करने के दौरान अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है। रेलवे प्रशासन द्वारा सुरक्षा उपाय किए जाने के बावजूद यहां दुर्घटनाएं लगातार होती रही हैं। ऐसे में, आरओबी का निर्माण न केवल जाम की समस्या का स्थायी समाधान प्रदान करेगा, बल्कि संभावित दुर्घटनाओं को रोकने में भी सहायक सिद्ध होगा।