देवब्रत मंडल
बिहार के चार विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी गई है। जिसमें दो गया जिले के इमामगंज (सुरक्षित) और बेलागंज(सामान्य) सीट हैं। यहां से विधायक रहे क्रमशः जीतनराम मांझी और डॉ. सुरेंद्र प्रसाद यादव सांसद चुन लिए गए हैं। जीतनराम मांझी केंद्रीय मंत्री बन गए और सुरेंद्र यादव विपक्ष में हैं। अब इन दोनों सांसदों को अपनी अपनी सीट की ‘लाज’ बचाने की चिंता है। कहने का अर्थ है कि पार्टी के हिसाब से दोनों को इन सीटों पर जीत दर्ज कराने की चिंता है।
उम्मीदवार की घोषणा नहीं हुई है
बता दें कि इमामगंज सीट और बेलागंज सीट पर किसी दल या गठबंधन की ओर से उम्मीदवार की घोषणा नहीं हुई है। चर्चा में वैसे कई के नाम हैं। एक साल के लिए ही सही लेकिन मुकाबला महत्वपूर्ण होगा। देखा जाए तो बिहार विधानसभा का चुनाव अगले साल होना है। इन दो सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव में जीतकर आने वाले विधायक का कार्यकाल करीब 12 महीने ही होगा। इसके बाद अगले साल होने वाले विस चुनाव में क्या होगा, यह अभी नहीं कहा जा सकता है लेकिन मुकाबला महत्वपूर्ण होगा।
एक पर राजद तो दूसरे पर हम(से.) का कब्जा
इन दोनों विधानसभा सीट की बात करें तो एक पर राजद तो दुसरे पर हम(से.) का कब्जा रहा है। एक तरफ जीतनराम मांझी थे तो दूसरी तरफ डॉ सुरेंद्र प्रसाद यादव। अब इन दोनों सीटों पर एनडीए और महागठबंधन की ओर से उम्मीदवार घोषित किया जाना बाकी है।
जनसुराज की उपस्थिति से बिगड़ सकता है खेल
बिहार में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के पूर्व गया जिले के इन दो विधानसभा सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव में जाने माने रणनीतिकार प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज के भी पूरे दमखम के साथ चुनाव मैदान में आने की बात है। ऐसे में चुनाव काफी रोचक भी हो सकता है।
18 अक्टूबर से नामांकन दाखिल किया जाएगा
निर्वाचन आयोग ने उपचुनाव के तारीख का ऐलान कर दिया है। 18 अक्टूबर से नामांकन पत्र दाखिल करने का काम शुरू हो जाएगा। जो 25 अक्टूबर तक चलेगा। इसके बाद 28 को नामांकन पत्रों की जांच और 30 अक्टूबर को नाम वापसी की तारीख है। 13 नवंबर को वोटिंग होगा और परिणाम कहें या काउंटिंग 23 नवंबर को होगा।