
भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) बोधगया ने अपने तीन दिवसीय वार्षिक सांस्कृतिक और खेल महोत्सव एलिगांते 8.0 का सफलतापूर्वक आयोजन किया। इस वर्ष का विषय “अभ्युदय”, यानी प्रगति, संस्थान की विकासशील सोच और सतत् बदलाव की दिशा में प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
इस आयोजन में एनआईटी पटना, आईएमआई कोलकाता, सेंट जेवियर्स पटना और आईआईएम रांची सहित कई प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों के छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
भव्य उद्घाटन समारोह

कार्यक्रम का उद्घाटन आईआईएम बोधगया की निदेशक, डॉ. विनीता एस. सहाय, और मुख्य अतिथि, गया के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) आनंद कुमार (आईपीएस) द्वारा किया गया। उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि ने संस्थान के मूल मूल्यों माइंडफुलनेस और जीवन में इसके महत्व पर प्रकाश डाला।
डॉ. श्रीलेखा मिश्रा, चेयरपर्सन – स्टूडेंट अफेयर्स, ने अपने स्वागत भाषण में छात्रों, समितियों और क्लबों को उनके निरंतर प्रयासों के लिए सराहना व्यक्त की। इस दौरान उपस्थित खेल टीमों का परिचय कराया गया और आधिकारिक रूप से उत्सव का आगाज हुआ।
पहले दिन की गतिविधियां

कार्यक्रम के पहले दिन विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ, जिसमें आईआईएम रांची, एनआईटी पटना, सेंट जेवियर्स पटना, आईएमआई कोलकाता और एनएसआईटी पटना के 240 से अधिक छात्रों ने भाग लिया। इसके अलावा, ऑनलाइन गेमिंग प्रतियोगिता, अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय अनुकरण, पॉटरी और पेंटिंग जैसी रचनात्मक कार्यशालाओं ने भी प्रतिभागियों को आकर्षित किया। दिन का समापन सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ हुआ, जहां छात्रों ने अपनी विविध प्रतिभाओं का प्रदर्शन किया।
दूसरे दिन का उत्साह
दूसरे दिन खेल प्रतियोगिताओं के अलावा क्विज़िला, पॉलिसी केस प्रतियोगिताएं, और पेंटिंग जैसे कार्यक्रम हुए। नव्यता फैशन शो मुख्य आकर्षण रहा, जिसमें आईडीटी मुजफ्फरपुर, एनएसआईटी पटना और आईआईएम बोधगया के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। सांस्कृतिक शाम में सोलो सिंगिंग और संस्थान के आधिकारिक बैंड द स्टोरी टेलर्स का प्रदर्शन हुआ। इसके बाद बैंड अज़ादी के लाइव म्यूजिक से दिन का समापन हुआ।
गणतंत्र दिवस और अंतिम दिन की गतिविधियां
अंतिम दिन की शुरुआत गणतंत्र दिवस समारोह से हुई, जहां आईआईएम बोधगया की निदेशक ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और राष्ट्रगान के साथ इसे मनाया गया। इस अवसर पर संस्थान की सीएसआर समिति ने ‘एड्युरन’ मैराथन का आयोजन किया, जिसमें 800 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। यह दौड़ ग्रामीण शिक्षा और सुलभ शिक्षा के महत्व को रेखांकित करने के उद्देश्य से आयोजित की गई। 8.5 किमी लंबी इस दौड़ का मार्ग संस्थान के एकेडमिक ब्लॉक से शुरू होकर मगध विश्वविद्यालय परिसर और माया सरोवर झील तक गया। इस पहल को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई), कोका-कोला, यूनियन बैंक, और रास्ता कैफे द्वारा समर्थन मिला।
इसके बाद दिनभर खेल प्रतियोगिताओं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। समापन समारोह में नगर आयुक्त, गया, कुमार अनुराग (आईएएस) और निदेशक, डॉ. विनीता एस. सहाय ने प्रतिभागियों को क्रिकेट, फुटबॉल, बास्केटबॉल, बैडमिंटन, शतरंज और वॉलीबॉल जैसी प्रतियोगिताओं में उनके प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत किया। सांस्कृतिक पुरस्कार वितरण के बाद समारोह का समापन डीजे नाइट और नृत्य प्रस्तुति से हुआ।
एलिगांते 8.0 का महत्व
35 से अधिक कार्यक्रमों के साथ एलिगांते 8.0 ने न केवल सांस्कृतिक और खेल गतिविधियों को बढ़ावा दिया, बल्कि प्रतिभागियों के बीच आपसी सहयोग, प्रतिस्पर्धा, और खेल भावना को भी प्रोत्साहित किया। इस आयोजन ने आईआईएम बोधगया को शैक्षणिक और सांस्कृतिक उत्कृष्टता के केंद्र के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।