
गया जिले के फतेहपुर थाना क्षेत्र के मातासो पंचायत की मुखिया बेबी देवी ने दबंगों द्वारा जान से मारने की धमकी मिलने के बाद थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत के आधार पर फतेहपुर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।
मुखिया बेबी देवी का आरोप:
शिकायत में मुखिया बेबी देवी ने आरोप लगाया है कि उनके पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों के लिए सर्वे किया जा रहा था। इस दौरान सुरेंद्र सिंह उर्फ सुली सिंह, उनके पुत्र मनीष कुमार (निवासी बड़गांव) और बबलू कुमार (निवासी रामपुर, मातासो) ने हस्तक्षेप करना शुरू कर दिया। जब उन्होंने इसका विरोध किया तो इन लोगों ने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए गाली-गलौज की और पंचायत कार्यों में रंगदारी की मांग करने लगे। शिकायत के अनुसार, आरोपियों ने यह तक कह दिया कि जब तक उन्हें रंगदारी नहीं मिलेगी, तब तक कोई भी सरकारी काम नहीं होने देंगे। इतना ही नहीं, मुखिया के पति दिलीप चौधरी को जान से मारने की धमकी भी दी गई।

मुखिया के पति को लगातार धमकी
मुखिया के पति दिलीप चौधरी ने बताया कि 1 मार्च 2025 की सुबह 6 से 7 बजे के बीच उनके मोबाइल नंबर पर मनीष कुमार द्वारा कई बार फोन कर गाली-गलौज की गई और हत्या की धमकी दी गई। साथ ही, बबलू कुमार और सुरेंद्र सिंह द्वारा भी अलग-अलग मोबाइल नंबरों से धमकियां दी जा रही हैं। दिलीप चौधरी का कहना है कि सुरेंद्र सिंह अक्सर उनकी पत्नी के खिलाफ अश्लील टिप्पणियां करता है और विरोध करने पर जान से मारने की धमकी देता है। एक साल पहले भी सुरेंद्र सिंह और उसके बेटे मनीष कुमार ने बेबी देवी के साथ मारपीट की थी।
“हम दलित हैं, इसलिए टारगेट किया जा रहा”
बेबी देवी ने कहा,
“मैं महादलित समाज से हूं और दबंग हमें लगातार परेशान कर रहे हैं। सुरेंद्र सिंह खुलेआम कहता है कि हरिजन होकर मुखिया कैसे बनीं? वह हमेशा पिस्टल में 9 गोलियां भरकर रखता है और कहता है कि मेरे पति को मार देगा और मेरा बलात्कार करेगा। मैं और मेरा परिवार बेहद डर के साए में जी रहे हैं।”
पुलिस ने किया मामला दर्ज
फतेहपुर थाना अध्यक्ष प्रशांत कुमार ने बताया कि मुखिया बेबी देवी की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और पुलिस मामले की जांच कर रही है।
क्या होगी कार्रवाई?
मुखिया और उनके पति ने प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है। अब देखने वाली बात होगी कि पुलिस इन दबंगों पर क्या कार्रवाई करती है और पीड़ित परिवार को न्याय कब तक मिलता है।