गया। आगामी त्योहारों के मद्देनजर, रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और जीआरपी की संयुक्त टीम द्वारा गया रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। स्टेशन पर गश्त के दौरान, प्लेटफार्म संख्या 5 के मिडिल ओवरब्रिज के पास सुबह करीब 7:15 बजे एक संदिग्ध व्यक्ति की गतिविधियों ने पुलिस का ध्यान खींचा। व्यक्ति को हाथ में ट्रॉली बैग लिए देखकर, पुलिस बल ने उसे रुकने का इशारा किया, लेकिन वह तेजी से भागने लगा। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए उसे घेरकर हिरासत में ले लिया।
गिरफ्तार किए गए व्यक्ति ने पूछताछ में अपना नाम मोहम्मद फिरोज (उम्र 44 वर्ष) बताया, जो कि लिंबरी, सिमरबड़ा, दुर्गापुर, थाना पातेपुर, जिला वैशाली का निवासी है। जब पुलिस ने उसके पास मिले ट्रॉली बैग के बारे में पूछताछ की, तो उसने दावा किया कि यह बैग उसकी भाभी का है। हालांकि, संदिग्ध के असामान्य व्यवहार से पुलिस का संदेह और बढ़ गया, जिसके बाद उससे कड़ी पूछताछ की गई।
आखिरकार, मोहम्मद फिरोज ने स्वीकार किया कि उसने दून एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 13009 अप) के कोच S9 में बर्थ संख्या 58 पर रखे एक यात्री का लाल रंग का अरिस्टोक्रेट कंपनी का ट्रॉली बैग चुराया है। मौके पर बैग की तलाशी लेने पर उसमें नए और पुराने कपड़े, एक सब्जी छीलने वाला चाकू, कन्हाई घोष (पश्चिम बंगाल) के नाम का आधार कार्ड और वोटर आईडी कार्ड, साथ ही प्रदीप माली के नाम का आधार कार्ड की प्रति पाई गई।
आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त कार्रवाई के तहत आरोपी को गया जीआरपी थाना ले जाया गया, जहां उसके खिलाफ कांड संख्या 275/24 के तहत भारतीय दंड संहिता की धारा 317(05) के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया। बरामद ट्रॉली बैग की अनुमानित कीमत ₹25,000 आंकी गई है।
आगामी त्योहारों के मद्देनजर रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा बलों की कड़ी निगरानी और संदिग्ध गतिविधियों पर तीखी नजर यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए की जा रही है। पुलिस प्रशासन ने यात्रियों से आग्रह किया है कि वे अपने सामान पर ध्यान दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत अधिकारियों को दें।
त्योहारों के दौरान रेलवे सुरक्षा पर कड़ी नजर
आगामी त्योहारों के मद्देनजर रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा बलों की कड़ी निगरानी और संदिग्ध गतिविधियों पर तीखी नजर यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए की जा रही है। पुलिस प्रशासन ने यात्रियों से आग्रह किया है कि वे अपने सामान पर ध्यान दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत अधिकारियों को दें।