देवब्रत मंडल
बोधगया। रक्षाबंधन के पावन अवसर पर ओजस्विनी संगठन द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला समारोह “सैनिक भाइयों की कलाइयों पर ओजस्विनी का रक्षासूत्र” बोधगया के निगमा मॉनेस्ट्री में पूरे उत्साह और हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर ओजस्विनी की अध्यक्षा प्रो. डॉ. रश्मि प्रियदर्शनी के नेतृत्व में संगठन की सदस्याओं ने एनसीसी 6 बिहार बटालियन के सैनिकों, प्रशिक्षकों और कैडेटों की कलाइयों पर रक्षासूत्र बांधकर रक्षाबंधन की शुभकामनाएं दीं।
कार्यक्रम में ओजस्विनी अध्यक्षा डॉ. रश्मि प्रियदर्शनी, जिला मंत्री अमीषा भारती, राष्ट्रीय महिला परिषद की जिला संरक्षक रजनी त्यागी, सदस्य जूही कुमारी सहित अन्य ओजस्विनी सदस्याओं ने सूबेदार अरविंद कुमार, बेणेश्वर भगत, विक्रम सिंह, नायब सूबेदार प्रवीण कुमार, हवलदार ताराचंद्र, राकेश सतपाल, श्रवण, करतार, धर्मेंद्र अल्बर्ट मुंडू, हेमंत कुमार, अनंजय, हेड क्लर्क रवि कुमार, डॉ. रवि प्रकाश, प्रकाश कुमार गुप्ता और उपस्थित एनसीसी कैडेटों की कलाइयों पर राखी बांधी। इस दौरान अक्षत छिड़ककर, तिलक लगाकर और आरती उतारकर सभी के मंगलमय जीवन की कामना की गई।
सैनिकों को संबोधित करते हुए डॉ. रश्मि प्रियदर्शनी ने कहा, “हमारी सेना ने अपने प्राणों की परवाह किए बिना हमेशा देशवासियों की रक्षा की है। हम सभी की सुरक्षा का सबसे बड़ा श्रेय देश की सेना को जाता है। ये राखियां हमारे सैनिक भाइयों के लिए हम बहनों की असीम शुभकामनाओं का प्रतीक हैं।” उन्होंने अपनी काव्यात्मक पंक्तियों के माध्यम से सैनिकों को समर्पित भाव व्यक्त किए:
“रक्षा करना सब बहनों की, कहते हैं राखी के धागे। भैया तुमको मिले सफलता, जीवन से हर बाधा भागे। सेवा करना सदा देश की, बहन की यही अभिलाषा है। परहित हेतु कर्म करना ही, जीवन की परिभाषा है। राखी के ये धागे, रक्षा करें आपकी बनकर ढाल। मातृभूमि के रक्षक आप रहें सकुशल, सदा खुशहाल।”
जिला मंत्री अमीषा भारती ने बताया कि ओजस्विनी द्वारा हर वर्ष रक्षाबंधन का यह आयोजन किया जाता है, जिसमें संगठन की सदस्याएं उत्साहपूर्वक भाग लेती हैं। कार्यक्रम में डॉ. रवि प्रकाश ने भी अपने विचार रखे और एनसीसी कैडेटों को देश का भविष्य बताते हुए एकता और अनुशासन बनाए रखने का संदेश दिया।
कार्यक्रम के अंत में डॉ. रश्मि ने कैंप कमांडेंट कर्नल पंकज कुमार (कीर्ति चक्र), 6 बिहार बटालियन, एनसीसी और निगमा मॉनेस्ट्री के सभी अधिकारियों का इस अवसर को स्मरणीय बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद, ओजस्विनी और राष्ट्रीय महिला परिषद की ओर से हार्दिक आभार व्यक्त किया। रक्षासूत्र बंधवाने वाले सैनिक, प्रशिक्षक और एनसीसी अधिकारी इस भावपूर्ण आयोजन से अत्यंत अभिभूत और गौरवान्वित नजर आए।