
गया: बिहार के गया जिले में शुक्रवार शाम मौसम ने अचानक रौद्र रूप धारण कर लिया और कोच थाना क्षेत्र के दो अलग-अलग गांवों में वज्रपात की चपेट में आने से दो लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। मृतकों में एक 14 वर्षीय किशोर और एक 40 वर्षीय व्यक्ति शामिल हैं। यह हादसा शुक्रवार की शाम करीब 6 बजे हुआ, जिससे दोनों गांवों में शोक की लहर दौड़ गई है।
पहली घटना करमा टोला पाण्डेय पोखर की है, जहां 14 वर्षीय रोहित कुमार, पिता रमेश मांझी, गांव के बधार में मवेशी चरा रहा था। इस दौरान मौसम खराब हुआ और अचानक तेज गर्जना के साथ आकाशीय बिजली गिरने से रोहित की मौके पर ही मौत हो गई। समाजसेवी कौशल यादव ने घटना की पुष्टि की और बताया कि रोहित अपनी रोजमर्रा की गतिविधियों में व्यस्त था, किसी को इस तरह की अनहोनी की आशंका नहीं थी।
दूसरी घटना डबूर पंचायत के दौलता गांव के पास घटी, जहां दिनेश यादव (40 वर्ष), पिता जानकी यादव, रफीगंज प्रखंड के कोई गांव से लौट रहे थे। जब वे भदुकी गांव के समीप पहुंचे, तभी ठनका की चपेट में आ गए और मौके पर ही उनकी जान चली गई। दिनेश यादव अपने पीछे पत्नी और तीन छोटे बच्चों को छोड़ गए हैं। इस असमय मौत से उनका परिवार गहरे सदमे में है।
सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और आवश्यक कानूनी प्रक्रिया शुरू की गई है। वहीं, आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी एडवाइजरी में पहले ही चेताया गया था कि खराब मौसम में खुले में रहने से बचें क्योंकि वज्रपात का खतरा अत्यधिक बढ़ जाता है।
स्थानीय ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन से पीड़ित परिवारों को आपदा राहत कोष से शीघ्र मुआवजा देने की मांग की है। वहीं प्रशासन ने भी स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मदद का आश्वासन दिया है।
सावधानी ही सुरक्षा है: विशेषज्ञों का कहना है कि आकाशीय बिजली से बचने के लिए खराब मौसम के दौरान पेड़ के नीचे न खड़े हों, मोबाइल फोन का प्रयोग न करें और खुले खेतों से दूरी बनाए रखें। थोड़ी सी सतर्कता कई बार बड़ी दुर्घटनाओं से बचा सकती है।