महानिदेशक प्रतीक चिन्ह और प्रशस्ति पत्र प्राप्त, लगातार तीन बार जीएम अवार्ड पाने वाले पहले पोस्ट प्रभारी

✍️देवब्रत मंडल
धनबाद। रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के धनबाद मंडल अंतर्गत धनबाद जंक्शन के पोस्ट प्रभारी निरीक्षक अजय प्रकाश को उनकी उत्कृष्ट सेवा और उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिए आरपीएफ का सर्वोच्च सम्मान प्रदान किया गया है। यह सम्मान पूर्व महानिदेशक मनोज कुमार यादव के कार्यकाल के दौरान, उनके बेहतरीन योगदान को देखते हुए दिया गया। सम्मान स्वरूप उन्हें महानिदेशक प्रतीक चिन्ह और प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया।

गया जंक्शन से शुरू हुई उपलब्धियों की यात्रा
इंस्पेक्टर अजय प्रकाश का गौरवपूर्ण सफर गया जंक्शन पर उनकी सेवा के दौरान कई बड़े अभियानों और उपलब्धियों से जुड़ा है।
- दानापुर रेल मंडल के फतुहा से चोरी हुए लाखों रुपये मूल्य के ओएचई (ओवरहेड इलेक्ट्रिफिकेशन) तार की बरामदगी में अहम भूमिका।
- अपराधियों की गिरफ्तारी और गिरोह का पर्दाफाश, जो चोरी का माल ट्रेन से गया से भेजने की फिराक में थे।
- गया जंक्शन पर चार वर्षीय मासूम से दुष्कर्म मामले का त्वरित निष्पादन कर दोषियों को जेल भेजना।
- यात्रियों की जान बचाना, खोया हुआ सामान सुरक्षित लौटाना और रेल संपत्ति की सुरक्षा को नई दिशा देना।
इन उपलब्धियों के लिए उन्हें पहले भी तीन बार जीएम अवार्ड से सम्मानित किया गया, जिससे वे आरपीएफ में लगातार तीन बार यह सम्मान पाने वाले पहले पोस्ट प्रभारी बने।
चंडी–नूरसराय रेलखंड से तार बरामदगी का बड़ा ऑपरेशन

गया पोस्ट पर रहते हुए अजय प्रकाश और उनकी टीम ने ₹23,38,170 मूल्य के चोरी हुए ओएचई तार को बरामद किया था। इस कार्रवाई में अभियुक्तों की गिरफ्तारी और अपराध नेटवर्क का खुलासा भी शामिल था।
अभियुक्तों की गिरफ्तारी में अहम भूमिका निभाने वाले रेल सुरक्षा बल के कुल 29 बल सदस्यों को उस समय ₹1 लाख की नगद पुरस्कार राशि प्रदान की गई थी। स्वीकृत पुरस्कार राशि को प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त (रेसुब/हाजीपुर) के आदेशानुसार दानापुर मंडल के 10 पदाधिकारी एवं जवानों को ₹60,000 और डीडीयू मंडल के 13 बल सदस्यों को ₹40,000 के रूप में वितरित किया गया था।
पुरस्कार राशि का वितरण (गया पोस्ट टीम)
- अजय प्रकाश, पोस्ट प्रभारी निरीक्षक – ₹5,000
- राजेंद्र प्रसाद, उप निरीक्षक – ₹4,000
- अजय तिग्गा, उप निरीक्षक – ₹4,000
- राजेश कुमार रौशन, सहायक उपनिरीक्षक – ₹3,000
- संजय कुमार राय, प्रधान आरक्षक – ₹3,000
- संतोष कुमार सिंह, प्रधान आरक्षक – ₹3,000
- विकास कुमार, प्रधान आरक्षक – ₹3,000
- आलोक कुमार सक्सेना, आरक्षी – ₹2,000
- देवेंद्र प्रसाद, आरक्षी – ₹2,000
- चन्द्रभान पाण्डेय, सहायक उपनिरीक्षक – ₹3,000
- दीपक ओक्षा, प्रधान आरक्षक – ₹3,000
- अजीज खान, प्रधान आरक्षक, सासाराम – ₹3,000
- फुलचंद महतो, प्रधान आरक्षक, धनबाद – ₹3,000
महाकुंभ में भीड़ प्रबंधन की सराहना
गया जंक्शन पर अपने कार्यकाल के दौरान अजय प्रकाश और उनकी टीम ने महाकुंभ में आने-जाने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को सफलतापूर्वक नियंत्रित किया था। उनकी रणनीति और नेतृत्व के कारण यह आयोजन बिना किसी बड़े व्यवधान के सम्पन्न हुआ, जिसकी चर्चा आज भी गया जंक्शन के पदाधिकारियों के बीच होती है।
धनबाद में नई जिम्मेदारी और सफलता
लगभग चार महीने पहले धनबाद जंक्शन पर पदस्थापित होने के बाद भी अजय प्रकाश ने अपने कार्यकाल में कई उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। रेलवे संपत्ति की सुरक्षा, अपराध नियंत्रण और यात्री सुविधा को लेकर उनकी सक्रियता और तत्परता चर्चा का विषय बनी हुई है।
डीडीयू मंडल और गया पोस्ट का सम्मान बढ़ाया
यह पहला अवसर है जब डीडीयू मंडल के अंतर्गत गया आरपीएफ पोस्ट के किसी पोस्ट प्रभारी निरीक्षक को सर्वोच्च सम्मान से नवाजा गया है। अजय प्रकाश का यह सम्मान न केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि डीडीयू मंडल और गया पोस्ट की प्रतिष्ठा को भी ऊँचाई प्रदान करता है।