अनावाद बिहार सरकार की भूमि पर भूमिहीनों का प्रथम अधिकार है:मांझी
देवब्रत मंडल
गया सदर अंचल अंतर्गत कंडी बीथो आजाद नगर के महादलित भूमिहीन परिवारों ने मंगलवार को सदर अंचल चंदौती कार्यालय के समक्ष एकदिवसीय धरना देते हुए बासगीत पर्चा देने की मांग अंचलाधिकारी से की। इस मौके पर सांसद जीतनराम मांझी के प्रतिनिधि ई. नंदलाल मांझी का कहना था कि इन सभी के साथ भूमि की प्रमुख समस्या है। जिसके कारण आए दिन यहां मारपीट की घटनाएं होते रहती है। श्री मांझी का कहना है कि अनाबाद बिहार सरकार की जमीन पर ये लोग विगत 25 वर्ष से अधिक समय पर रह रहे हैं लेकिन अभी तक इन लोगों को बासगीत पर्चा नहीं मिला है। लोग नारकीय जीवन जीने को विवश हैं।
उन्होंने कहा कि सरकारी जमीन पर सर्वप्रथम भूमिहीनों का अधिकार है। बिहार सरकार के महत्वाकांक्षी योजना को धरातल पर उतर जाने की बात सांसद प्रतिनिधि ई.नंदलाल मांझी ने कही। श्री मांझी ने बताया कि
केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी के निर्देश पर कुछ समय पूर्व जिलाधिकारी और अपर समाहर्ता (राजस्व) को बासगीत पर्चा निर्गत करने हेतु अनुशंसा पत्र भी भेजा गया था। भूमि का भी चयन कर उसे चिन्हित किया गया। लेकिन अंचल अधिकारी (नगर) के द्वारा तीन माह से टालमटोल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सीओ अमीन और कर्मचारी की कमी का हवाला देते हुए लगातार समय को टाल दे रहे हैं। इसी को देखते हुए आजाद नगर महादलित परिवार के लोग आक्रोश में आकर अंचल कार्यालय नगर में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया।
सांसद प्रतिनिधि नंदलाल मांझी ने बताया कि उनके द्वारा सकारात्मक पहल करते हुए भूमिहीनों को बासगीत पर्चा निर्गत करने की बात कही गई। जिस पर अंचल अधिकारी के द्वारा 10 दिनों का समय लिया गया है ताकि भूमि को चिन्हित करते हुए भूमिहीनों को बासगीत पर्चा निर्गत किया जाए। इस मौके पर हम पार्टी के जिला अध्यक्ष दिना मांझी, सामाजिक कार्यकर्ता देवानन्द मांझी, चिंता देवी,भुना देवी, सुगिया देवी, लंबू मांझी, ऊषा देवी, क्रांति देवी, सीता देवी, कमलेश मांझी, बिनोद मांझी, सुनील मांझी, कैली मांझी, दिलीप मांझी सहित सैकड़ों ग्रामीण शामिल रहे।