
टिकारी संवाददाता: लंबे इंतजार के बावजूद लाव–पूरा बियर बांध निर्माण कार्य शुरू न होने से क्षेत्र के किसानों में गहरा असंतोष है। इसी मुद्दे को लेकर रविवार को टिकारी प्रखंड के लाव स्थित +2 उच्च विद्यालय परिसर में किसानों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में उपस्थित किसानों ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा के सात वर्ष बीत जाने के बावजूद परियोजना अब तक धरातल पर नहीं उतरी।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे डा. मुंद्रिका प्रसाद नायक ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वर्ष 2018 में समीक्षा यात्रा के दौरान मोरहर नदी पर दसीअईन पईन के मुहाने पर लाव–पूरा बियर बांध निर्माण की घोषणा की थी। इसके बावजूद सात साल में न तो कार्य शुरू हुआ और न ही किसानों की उम्मीदें पूरी हुईं। उन्होंने कहा कि योजना की फाइल विभिन्न दफ्तरों के चक्कर लगाती रही, लेकिन इसे अमल में नहीं लाया गया।

किसानों ने आरोप लगाया कि कुछ माह पहले जल संसाधन विभाग के इंजीनियर-इन-चीफ के नेतृत्व में अधिकारियों की टीम स्थल निरीक्षण के लिए पहुंची थी और किसानों को शीघ्र कार्यारंभ का आश्वासन दिया था। लेकिन जांच के बाद भी निर्माण कार्य की दिशा में कोई ठोस पहल नहीं हुई, जिससे किसानों में रोष और बढ़ गया है।
बैठक में वक्ताओं ने कहा कि घोषणा के बाद से न तो मुख्यमंत्री ने और न ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने इस योजना पर गंभीरता दिखाई। किसानों ने चेतावनी दी कि यदि अब भी निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया, तो वे बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे।
बैठक को पूर्व पंसस नरेंद्र सिंह उर्फ़ गुड्डू शर्मा, लाव पंचायत के मुखिया आशुतोष कुमार, सरपंच पारस प्रसाद, पैक्स अध्यक्ष कृष्ण गोपाल सिंह उर्फ़ मंटू शर्मा, वीरेंद्र शर्मा, राजेश कुमार दांगी, जिला परिषद सदस्य सुरेश यादव, नीरज शर्मा, उत्तम कुमार और सुधीर सिंह चंद्रवंशी सहित कई अन्य नेताओं ने संबोधित किया।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि आंदोलन की रूपरेखा तैयार करने के लिए किसानों की अगली बैठक दशहरा के बाद 5 अक्टूबर को आयोजित की जाएगी। इस बैठक में लाव, पूरा और महमना पंचायत के दर्जनों गांवों के किसान और ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।