बेलागंज। खनेटा गांव में बुधवार को युवा ग्रामीण विकास समिति खनेटा के बैनर तले सामाजिक कार्यकर्ता धनंजय कुमार शर्मा के नेतृत्व में एक दिवसीय भूख हड़ताल एवं धरना का आयोजन किया गया। इस दौरान ग्रामीणों ने गांव की समस्याओं को लेकर कई गंभीर मुद्दे उठाए और सरकार से तुरंत समाधान की मांग की।
धरना का नेतृत्व कर रहे धनंजय शर्मा ने कहा कि सरकार द्वारा खनेटा गांव के लिए प्रस्तावित 10+2 उच्च विद्यालय को कुछ बिचौलियों और दलालों के दबाव में पथरा गांव स्थानांतरित कर दिया गया है, जबकि सरकारी मानकों के अनुसार खनेटा में विद्यालय के लिए पर्याप्त जमीन उपलब्ध है। उन्होंने इसे गांव की छात्र-छात्राओं और विशेषकर बेटियों के साथ अन्याय बताया।
ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि फोरलेन चौड़ीकरण के दौरान बेलागंज-रामपुर मोड़ से उमता ओवरब्रिज तक डिवाइडर में कहीं भी कटिंग नहीं दी गई, जिससे गांव दो हिस्सों में बंट गया है। अब ग्रामीणों को अपने ही गांव के घरों तक पहुंचने के लिए व्यस्त एनएच को पार करना पड़ता है, जिससे लगातार दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। ग्रामीणों ने यहां फुट ओवरब्रिज या अंडरपास निर्माण की मांग की।
इसके अलावा, एनएचएआई पर आरोप लगाया गया कि फोरलेन निर्माण के दौरान गांव स्थित महादेव मंदिर को अधूरा छोड़ दिया गया है, जिससे ग्रामीण पूजा-अर्चना से वंचित हो गए हैं और उनकी आस्था को ठेस पहुंची है।
चरणबद्ध आंदोलन की रूपरेखा
ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। तय कार्यक्रम के अनुसार –
- 20 अगस्त को किसान एकदिवसीय भूख हड़ताल करेंगे।
- 10 सितंबर को छात्र-छात्राएं भूख हड़ताल करेंगे।
- 30 सितंबर को गांव की महिलाएं और पुरुष संयुक्त रूप से भूख हड़ताल पर बैठेंगे।
- 15 अक्टूबर को ग्रामीण काला फीता बांधकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
यदि इसके बाद भी सरकार ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो ग्रामीण आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का बहिष्कार करेंगे। अंततः, कोई सुनवाई नहीं होने पर सामाजिक कार्यकर्ता धनंजय कुमार शर्मा और धर्मेंद्र कुमार पासवान अनिश्चितकालीन आमरण अनशन शुरू करेंगे।