प्रबंधन शिक्षा में अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता मानकों की ओर संस्थान की मजबूत प्रतिबद्धता
बोधगया : भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) बोधगया ने वैश्विक प्रबंधन शिक्षा मानकों की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए एएसीएसबी इंटरनेशनल (Association to Advance Collegiate Schools of Business) की मान्यता प्राप्त करने की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण प्रगति दर्ज की है। इसी क्रम में, एएसीएसबी दक्षिण एशिया क्षेत्र के प्रमुख प्रतिनिधि श्री प्रताप दास का संस्थान में दौरा हुआ, जिसने आईआईएम बोधगया की गुणवत्ता, संरचना और वैश्विक शिक्षा मानकों के प्रति प्रतिबद्धता को सुदृढ़ किया।
आईआईएम बोधगया की निदेशक डॉ. विनीता एस. सहाय ने श्री दास का औपचारिक स्वागत करते हुए संस्थान की प्रत्यायन प्रक्रिया में अब तक हुई प्रगति की विस्तृत जानकारी साझा की। इस अवसर पर आयोजित गहन संवाद सत्र में प्रत्यायन टीम के सदस्य, संकाय प्रतिनिधि, और प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित रहे।
चर्चा के प्रमुख बिंदुओं में शामिल रहे:
- Initial Self-Evaluation Report (ISER) की समीक्षा
- AACSB के 2020 बिजनेस प्रत्यायन मानकों के साथ संस्थान की गतिविधियों का तालमेल
- प्रत्यायन प्रक्रिया में अब तक की प्रगति
- Peer Review Team (PRT) की संभावित विज़िट को लेकर तैयारियां
- और, निरंतर सुधार की संस्कृति को संस्थागत ढांचे में एकीकृत करने की रणनीति
बातचीत के उपरांत, श्री प्रताप दास को आईआईएम बोधगया परिसर का भ्रमण कराया गया। उन्होंने प्रज्ञता लर्निंग रिसोर्स सेंटर, अकादमिक ब्लॉक “उरुवेला”, छात्रावास, प्रशासनिक भवन समेत प्रमुख परिसरीय सुविधाओं का अवलोकन किया। इस दौरे ने उन्हें संस्थान की शैक्षणिक व्यवस्था, अधोसंरचना, अनुसंधान-सुविधाएं और अंतरराष्ट्रीय स्तर की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के प्रयासों का प्रत्यक्ष अनुभव प्रदान किया।
डॉ. विनीता एस. सहाय ने इस अवसर पर कहा, “हम एएसीएसबी जैसे प्रतिष्ठित वैश्विक निकाय से मान्यता प्राप्त करने की दिशा में दृढ़ संकल्पित हैं। यह केवल एक प्रत्यायन नहीं, बल्कि हमारे सतत सुधार और वैश्विक प्रतिस्पर्धा में श्रेष्ठता प्राप्त करने की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।”
यह दौरा आईआईएम बोधगया के लिए प्रबंधन शिक्षा में वैश्विक उत्कृष्टता की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जा रहा है। यह न केवल संस्थान की शैक्षणिक गुणवत्ता, शोध उत्कृष्टता और सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना को पुष्ट करता है, बल्कि भविष्य में माइंडफुल और सामाजिक रूप से ज़िम्मेदार बिजनेस लीडर्स के निर्माण की उसकी प्रतिबद्धता को भी मजबूत करता है।