✍️ देवब्रत मंडल
गया। विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस करने के दावों के बीच गया जंक्शन पर बुनियादी यात्री सुविधाओं की कमी एक बार फिर सवालों के घेरे में है। स्टेशन परिसर में ऐसी दो तस्वीरें सामने आई हैं, जो यात्रियों की असुविधा और सुरक्षा दोनों पर गंभीर प्रश्न खड़े करती हैं।

पहली तस्वीर डेल्हा साइड स्थित द्वितीय श्रेणी प्रतीक्षालय के शौचालय की है, जहां दरवाजे टूटे पड़े हैं। इससे यात्रियों की गोपनीयता और सम्मान दोनों पर संकट मंडरा रहा है। यात्रियों के लिए इन सुविधाओं का उपयोग करना असहज और शर्मनाक स्थिति पैदा कर रहा है।

दूसरी तस्वीर फुट ओवरब्रिज (एफओबी) से जुड़ी है, जहां से गुजरते समय यात्रियों को “सिर बचा के चलें” का चेतावनी बोर्ड दिखाई देता है। यहां ऊँचाई कम होने के कारण सिर टकराने का खतरा बना रहता है, जिससे यात्री सावधानीपूर्वक झुककर गुजरने को मजबूर हैं।
गया जंक्शन को आधुनिक रूप देने की तैयारियों के बीच ऐसी खामियां प्रशासन के दावों पर सवाल खड़ा कर रही हैं। खासतौर पर आने वाले कुछ दिनों में शुरू होने वाले विश्वप्रसिद्ध पितृपक्ष मेला 2025 को देखते हुए, जब देश-विदेश से हजारों पिंडदानी और श्रद्धालु यहां पहुंचेंगे, तो यह स्थिति उनके लिए भी असुविधा का कारण बन सकती है।
इस मामले में यात्री सुविधाओं से जुड़े एक पर्यवेक्षक ने बताया कि शौचालय के टूटे दरवाजे के संबंध में कार्य देख रही एजेंसी के अभियंता और संवेदक प्रतिनिधि को आगाह किया जा चुका है। साथ ही वरीय अधिकारियों को पत्र लिखकर अवगत कराया गया है, लेकिन अब तक सुधारात्मक कदम नहीं उठाए गए हैं।