✍️ देवब्रत मंडल
गयाजी: गया जंक्शन पर रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने ऑपरेशन डिग्निटी के तहत त्वरित कार्रवाई कर मानवीय संवेदनशीलता का परिचय दिया। आरपीएफ ने घर से नाराज होकर स्टेशन पहुंची एक 18 वर्षीय बालिग लड़की को सुरक्षित परिजनों को सौंपकर संभावित अनहोनी को टाल दिया।
रविवार 17 अगस्त को सहायक उप-निरीक्षक मृत्युंजय कुमार अकेला और उप-निरीक्षक धीरेंद्र कुमार प्लेटफॉर्म संख्या 06/07 पर गश्त कर रहे थे। गश्त के दौरान मिडिल फुटओवर ब्रिज के नीचे एक युवती डरी-सहमी बैठी मिली। संदेह होने पर जब उससे पूछताछ की गई, तो उसने अपना नाम और पहचान बताते हुए कहा कि वह गया जिले के टिकारी थाना क्षेत्र के डिधौरा गांव की रहने वाली है और उम्र लगभग 18 वर्ष है।
लड़की ने बताया कि घर पर माता-पिता की डांट-फटकार से वह मानसिक रूप से परेशान थी और इसी कारण बिना किसी को बताए घर से निकल आई थी। उसने आगे बताया कि उसका इरादा अपने बड़े भाई के पास देहरादून जाने का था।
आरपीएफ ने बरती संवेदनशीलता
स्थिति को गंभीरता से लेते हुए आरपीएफ ने तुरंत महिला प्रधान आरक्षी इन्दु सिन्हा को बुलाया। उन्होंने युवती को भरोसा दिलाया और सुरक्षित आरपीएफ पोस्ट लाया। इसके बाद युवती के मोबाइल से परिजनों को सूचना दी गई।
सूचना मिलते ही उसके माता-पिता आरपीएफ पोस्ट पहुंचे। आरपीएफ अधिकारियों ने परामर्श देने के बाद लड़की को सकुशल माता-पिता के हवाले कर दिया।
ऑपरेशन डिग्निटी की भूमिका
आरपीएफ द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन डिग्निटी का उद्देश्य महिलाओं और बच्चों को सुरक्षा प्रदान करना तथा उन्हें अपराध या तस्करी जैसी घटनाओं से बचाना है। गया जंक्शन पर हुई यह कार्रवाई इस अभियान की सफलता का एक और उदाहरण बनी है।