देवब्रत मंडल
22 अगस्त को गया से नई ट्रेनों से उद्घाटन से जुड़ी कुछ खास बातें हैं। खास इसलिए कि ये अंदर की बातें हैं। रेलवे के अधिकारियों की नजरें ‘बाज’ की तरह अभी गया जंक्शन पर है। गया से शुक्रवार को दो नई ट्रेनों का उद्घाटन किया जाना है। जिसमें एक गया-नई दिल्ली अमृत भारत एक्सप्रेस। दूसरी गया-वैशाली मेमू फास्ट पैसेंजर।
सबसे बड़ी बात जो अंदरखाने से आ रही है कि गया जंक्शन से जब इन दोनों ट्रेनें खुलने वाली होगी तो गया जंक्शन पर इन दोनों ट्रेनों को कोई भी व्यक्ति हरी झंडी नहीं दिखाएंगे। ऐसा सख़्त निर्देश ऊपर से ही दे दिया गया है। ऐसा क्यों किया गया है। इसके कई मायने हैं लेकिन रेलवे के कोई भी पदाधिकारी या अधिकारी इस संबंध में मीडिया को कुछ भी कहने से परहेज कर रहे हैं।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 अगस्त को मगध विश्वविद्यालय, बोधगया में आयोजित कार्यक्रम में स्वयं इन दोनों ट्रेनों को वर्चुअल तरीके से हरी झंडी दिखाकर उद्घाटन करने वाले हैं तो स्वाभाविक है कि जब प्रधानमंत्री द्वारा किसी ट्रेन के खुलने के लिए हरी झंडी दिखा दी गई हो तो दूसरा कोई फिर कैसे झंडी दिखा सकते हैं।
पिछली गलतियों से सबक की बात सामने आ रही है कि जब किसी नई ट्रेन को पीएम वर्चुअल तरीके से झंडी दिखाकर रवाना कर देते हैं तो रेलवे स्टेशन से खुलने वक्त उद्घाटन समारोह में मौजूद कई नेताजी झंडी दिखा दिया करते हैं। शायद यही वजह है कि इस बार यह निर्देश दिया गया है कि प्लेटफॉर्म पर कोई भी व्यक्ति चाहे वे क्यों नहीं जिस भी बड़े ओहदे पर हों वे पीएम के बाद ही हैं।
कई बार ऐसा देखा गया है लोकप्रियता हासिल करने के लिए प्लेटफॉर्म पर हरी झंडी दिखाकर नेताजी ऐसा कर दिया करते हैं। वैसे डीडीयू मंडल मुख्यालय से पीतल वाली डंडे में लगे हरी झंडी गया जंक्शन के लिए एक ट्रेन द्वारा गुरुवार को भेज दिया गया है। लेकिन अब देखना है कि यह हरी झंडी पीएम के कार्यक्रम स्थल के लिए भेजा गया है या किसी और खास उद्देश्य से भेजी गई है।