
गया। बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन, गया शाखा की एक महत्वपूर्ण बैठक सोमवार को गांधी मैदान स्थित मंडप में आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता दीपेश कुमार ने की, जबकि संचालन देवव्रत मंडल ने किया। जिलेभर से 50 से अधिक पत्रकारों की उपस्थिति में दैनिक भास्कर के अतरी संवाददाता राजीव रंजन उर्फ राजू के खिलाफ अतरी बीडीओ पूजा कुमारी द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमे की सर्वसम्मति से घोर निंदा की गई।
पत्रकारिता पर दबाव अस्वीकार्य: यूनियन
बैठक में वक्ताओं ने कहा कि पत्रकारों का कार्य लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकारिता करना है। यदि प्रशासनिक अधिकारी सच उजागर करने वाले पत्रकारों पर मुकदमे दर्ज करने लगें, तो यह स्वतंत्र पत्रकारिता और लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए गंभीर खतरा है। संघ के वरिष्ठ पत्रकारों ने कहा कि बीडीओ द्वारा दर्ज यह प्राथमिकी दुर्भावनापूर्ण है और पत्रकार को प्रताड़ित करने का प्रयास है। पत्रकारों ने चेतावनी दी कि यदि ऐसे मामले बढ़ते रहे, तो जिले में निष्पक्ष पत्रकारिता बाधित होगी, जो स्वस्थ लोकतंत्र के लिए घातक होगा।
डीएम-एसएसपी से मिलेगा यूनियन का शिष्टमंडल
यूनियन ने सर्वसम्मति से अतरी बीडीओ द्वारा दर्ज प्राथमिकी को अविलंब निरस्त करने की मांग की। इस संबंध में निर्णय लिया गया कि एक शिष्टमंडल जिलाधिकारी (डीएम) और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) से मिलकर पत्रकार पर दर्ज मुकदमे को वापस लेने की अपील करेगा। इसके साथ ही, मामले में कानूनी सलाह लेने का भी प्रस्ताव पारित किया गया।
वरिष्ठ पत्रकारों की मौजूदगी में हुआ निर्णय
बैठक में जिले के कई वरिष्ठ पत्रकारों ने भाग लिया, जिनमें प्रमुख रूप से कमलेश कुमार सिंह, श्याम भंडारी, रंजन सिन्हा, नीरज कुमार, प्रदीप कुमार सिंह, जय प्रकाश कुमार, अजीत कुमार, पंकज कुमार उर्फ डब्ली, जितेंद्र कुमार मिश्रा, राजकुमार राजू, मनोज कुमार, रत्नेश कुमार, सुभाष कुमार, अभिषेक राज, सदात अनवर, संजीव सिन्हा, सनत मिश्रा, सौरभ शरण, राजेश कुमार, अजय सिंह, हरिबंश कुमार, रविशंकर कुमार, पप्पु कुमार, उपेंद्र प्रसाद, दीपक कुमार, अशीष कुमार, नीतम राज, धर्मेंद्र कुमार, एलन लिली, रविकांत कुमार, धीरज सिन्हा, मनीष कुमार सहित अन्य कई पत्रकार शामिल रहे।
यूनियन ने स्पष्ट किया कि पत्रकार किसी भी प्रकार के दबाव में झुकने वाले नहीं हैं और न ही निष्पक्ष पत्रकारिता से समझौता किया जाएगा। यदि प्रशासन ने शीघ्र कार्रवाई नहीं की, तो आगे आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी।