देवब्रत मंडल
पूर्व मध्य रेल में यूनियन की मान्यता के लिए तीन दिवसीय मतदान प्रक्रिया 6 दिसंबर को संपन्न हुई। अंतिम दिन केवल रनिंग कर्मचारियों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। तीन दिनों तक चले इस चुनाव में भारी उत्साह और सक्रिय भागीदारी के साथ कुल 78,228 मतदाताओं ने मतदान किया। अब वोटों की गिनती 12 दिसंबर को डीडीयू मंडल मुख्यालय में की जाएगी।
मुख्य मुकाबला: ECRKU और मेंस कांग्रेस के बीच
चुनाव में इस बार कुल छह यूनियन मैदान में हैं, लेकिन शुरुआती रुझानों के अनुसार, मुख्य टक्कर ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन (ECRKU) और रेलवे मेंस कांग्रेस के बीच है। अन्य यूनियन भी मुकाबले में बनी हुई हैं और इनका प्रदर्शन चुनाव परिणामों को प्रभावित कर सकता है।
तीन दिनों का मतदान: कर्मचारियों का जबरदस्त उत्साह
चुनाव के दौरान प्रत्येक दिन मतदान केंद्रों पर गजब का उत्साह देखने को मिला। महिला और युवा कर्मचारियों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
पहला दिन (4 दिसंबर):
गया के मतदान केंद्रों पर शुरुआत से ही सक्रियता दिखी।
टीआरएस (क्रू लॉबी), गया: 310 वोट
पीडब्ल्यूआई ऑफिस, गया: 528 वोट
स्टेशन अधीक्षक-2 कार्यालय, गया: 441 वोट
टीआरडी ऑफिस, रफीगंज: 363 वोट
दूसरा दिन (5 दिसंबर):
मतदान के प्रतिशत में उल्लेखनीय वृद्धि हुई।
टीआरडी ऑफिस, रफीगंज: 650/854
क्रू लॉबी, गया: 635/667
पीडब्ल्यूई ऑफिस, गया: 848/950
एसएस-2 कार्यालय, गया: 686/843
अंतिम दिन (6 दिसंबर):
रनिंग कर्मचारियों के लिए विशेष रूप से आयोजित इस दिन भी वोटिंग में जोरदार भागीदारी दिखी।
टीआरएस (क्रू लॉबी), गया: 631/667
एसएस-2 कार्यालय, गया: 721/843
ईसीआरकेयू का दावा: तीसरी बार जीत का भरोसा
ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के केंद्रीय कोषाध्यक्ष मिथिलेश कुमार ने दावा किया कि उनकी यूनियन को भारी समर्थन मिला है। उन्होंने कहा, “हमें पूरा विश्वास है कि लगातार तीसरी बार हमारी जीत होगी। हम कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान और सुविधाओं में वृद्धि के लिए पूरी तत्परता से काम करेंगे।”
गया शाखा के सचिव मुकेश सिंह ने बताया कि अधिकांश कर्मचारियों ने यूनियन के चुनाव चिन्ह झंडा छाप पर मतदान किया। उन्होंने कर्मचारियों को मतदान केंद्रों पर दी गई सुविधाओं की भी सराहना की।
यह चुनाव रेलवे कर्मचारियों के अधिकारों और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। तीन दिनों के मतदान के बाद अब सबकी नजरें 12 दिसंबर पर टिकी हैं, जब डीडीयू मंडल मुख्यालय में वोटों की गिनती होगी।
क्या ईसीआरकेयू अपनी जीत की हैट्रिक पूरी करेगी, या रेलवे मेंस कांग्रेस बाजी मारेगी? यह तो परिणाम ही बताएंगे।