देवब्रत मंडल
प्रिंसीपल चीफ सेफ्टी ऑफिसर प्रभात कुमार बुधवार को गया जंक्शन का निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम वे संतुष्ट दिखे। उन्होंने गया जंक्शन के विकास कार्यों को देखने के बाद संबंधित पदाधिकारियों से कहा कि यात्री सुविधाओं में किसी तरह की कटौती नहीं होनी चाहिए। निरीक्षण के क्रम में ट्रेन के पायलट और ट्रेन मैनेजर की समस्याओं को भी सुना। क्रू लॉबी और रनिंग रूम का निरीक्षण करने के क्रम में रनिंग रूम में पायलट और ट्रेन मैनेजर को दिए जाने वाले भोजन का स्वाद चखा। यहां की व्यवस्था से वे काफी संतुष्ट दिखे।
बता दें कि रेलवे हेडक्वार्टर की सेफ्टी ऑडिट टीम बुधवार को गया जंक्शन आई थी। जो गया के क्रू लॉबी, रनिंग रूम, कोचिंग काम्प्लेक्स और स्टेशन आदि का निरीक्षण किया। हालांकि उनका दुर्घटना राहत ट्रेन(एआरटी) व एक्सीडेंट रिलीफ मेडिकल वैन(एआरएमवी) का सघन रूप से निरीक्षण का भी कार्यक्रम था लेकिन गया में ही निरीक्षण का वक्त अधिक लग गया। इस वजह से पीसीएसओ श्री कुमार यार्ड में नही रुके और थ्रू काष्ठा स्टेशन के लिए प्रस्थान कर गए।
बता दें कि गया-डीडीयू रेलखंड के काष्ठा एलसी/6/स्पेशल का निरीक्षण करने के लिए गया जंक्शन से निकले थे। यहां निरीक्षण के बाद रफीगंज स्टेशन, पॉइंट 53बी, ब्रिज संख्या 426 अप आदि का निरीक्षण करते हुए अनुग्रह नारायण रोड (औरंगाबाद) जाना था।
इधर, इनके साथ डीडीयू के एडीआरएम, सीनियर डिविजनल सेफ्टी ऑफिसर, अभियंत्रण विभाग, विद्युत विभाग,सिग्नल विभाग एवं परिचालन विभाग के पदाधिकारी शामिल थे।
गया जंक्शन पर निरीक्षण के क्रम में टीम के साथ गया जंक्शन के स्टेशन अधीक्षक बिनोद कुमार, स्टेशन अधीक्षक मिथलेश कुमार, चीफ क्रू कंट्रोलर एस. जेड. हक़, आरपीएफ के उपनिरीक्षक राजेंद्र प्रसाद आदि समेत सभी विभागों के पर्यवेक्षक स्तर के रेलकर्मी मौजूद थे।