गया। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को गया के चाकंद उच्च विद्यालय मैदान में एक विशाल चुनावी सभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और महागठबंधन के नेताओं पर जमकर हमला बोला, साथ ही बिहार की जनता से अपने वोट की ताकत का सही इस्तेमाल करने की अपील की।
ओवैसी ने कहा कि पिछले छह दशकों से राजनीतिक दल गरीबों और वंचितों का शोषण करते आए हैं। उन्होंने जोर देकर कहा, “यह विधानसभा चुनाव केवल वोट का हिसाब-किताब नहीं है, बल्कि यह हमारी इज्जत, बराबरी का अधिकार और हमारे बच्चों के भविष्य का सवाल है।” उन्होंने मतदाताओं से आह्वान किया कि वे केवल सरकार चुनने तक सीमित न रहें, बल्कि अपने सियासी घर की दीवारों को भी मजबूत करें।

उन्होंने बिहार में व्याप्त सामाजिक-आर्थिक समस्याओं पर प्रकाश डालते हुए कहा, “पिछले 60 सालों में हम सिर्फ वोट डालते रहे, लेकिन न बदलाव आया, न सुविधाएं मिलीं। नौजवानों का पलायन नहीं रुका और बेटियों को शिक्षा के अवसर नहीं मिले।” ओवैसी ने सत्तारूढ़ एनडीए पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भ्रष्टाचार के खिलाफ नारे देते हैं, लेकिन बिहार में उनके सहयोगी नीतीश कुमार की सरकार गरीबों का शोषण कर रही है।
एआईएमआईएम प्रमुख ने दावा किया कि अगर उनकी पार्टी विधानसभा में पहुंचती है, तो यह सारा सिस्टम बदल देगी। उन्होंने केंद्र सरकार पर मस्जिदों और वक्फ संपत्तियों को निशाना बनाने का आरोप लगाते हुए कहा, “केंद्र सरकार ऐसे कानून बना रही है, जो समाज में विभाजन पैदा करते हैं। किसी भी मजहब को निशाना बनाकर कानून बनाना गलत है। हर धर्म का सम्मान होना चाहिए।”
युवाओं को संबोधित करते हुए ओवैसी ने जोश भरे अंदाज में कहा, “वोट डालो, अपनी जिम्मेदारी खुद उठाओ और अपने सियासी घर को मजबूत करो। यह एक महीने की लड़ाई नहीं, बल्कि पीढ़ी दर पीढ़ी चलने वाली जंग है।” सभा में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे, जिन्होंने ओवैसी के भाषण को उत्साह के साथ सुना। इस सभा के जरिए ओवैसी ने बेलागंज विधानसभा क्षेत्र में अपनी पार्टी की स्थिति को मजबूत करने की कोशिश की, साथ ही मतदाताओं को सामाजिक और राजनीतिक जागरूकता के लिए प्रेरित किया।