फतेहपुर थाना क्षेत्र के राघोपुर गांव में 12 सितंबर को हुए चर्चित शिवम हत्याकांड में एक और बड़ी सफलता पुलिस को मंगलवार को मिली है। करीब डेढ़ माह से फरार चल रहे आरोपी नित्यानंद कुमार को पुलिस ने उसके गांव पोवा से गिरफ्तार कर लिया।
मोबाइल ऑन होते ही चढ़ा पुलिस के हत्थे
वजीरगंज कैंप डीएसपी सुनील कुमार पांडेय ने बताया कि हत्याकांड के बाद से ही नित्यानंद लगातार फरार चल रहा था और पुलिस की पकड़ से बचने के लिए उसने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया था।
सोमवार को वह कहीं बाहर भागने के इरादे से पहाड़पुर स्टेशन पहुंचा था, लेकिन ट्रेन छूट जाने के बाद वापस घर लौट गया।
मंगलवार को जैसे ही उसने अपना मोबाइल ऑन किया, पुलिस उसके लोकेशन ट्रैक कर तुरंत उसके घर पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया।
हत्याकांड में निभाई थी ‘लाइनर’ की भूमिका
डीएसपी ने बताया कि नित्यानंद ने शिवम हत्याकांड में अपराधियों के लिए लाइनर की भूमिका निभाई थी, यानी वह घटनास्थल की स्थिति, आवागमन और गतिविधियों की जानकारी मुख्य आरोपियों को देता था। इसी वजह से वह घटना के बाद से फरार था।
क्या था मामला?
12 सितंबर की रात राघोपुर गांव के पास बदमाशों ने 17 वर्षीय शिवम के सिर में गोली मारकर हत्या कर दी थी।
पुलिस जांच में सामने आया कि अपराधियों का निशाना शिवम का चचेरा भाई सागर था, लेकिन गलतफहमी में शिवम की हत्या कर दी गई। पुलिस ने वारदात के सात दिन के भीतर मुख्य आरोपी राजा यादव, रामप्रवेश यादव और धर्मवीर पासवान को अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार कर लिया था। अब नित्यानंद की गिरफ्तारी के साथ इस हत्याकांड में चारों आरोपी पुलिस की पकड़ में आ चुके हैं, जबकि अन्य संभावित संलिप्त लोगों की भूमिका की भी जांच जारी है।






