GAYA: गया के +2 जिला स्कूल में 9वीं बटालियन एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) द्वारा भूकंप और भगदड़ जैसे आपदाओं पर आधारित मॉक अभ्यास और प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य नागरिकों और छात्रों को आपदा प्रबंधन के प्रति जागरूक करना था। कार्यक्रम का उद्घाटन अपर समाहर्ता आपदा , कुमार पंकज ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर जिला जन संपर्क पदाधिकारी दीपक चंद्र देव, डीपीओ शिक्षा, वन स्टॉप सेंटर की केंद्र प्रबंधक आरती कुमारी समेत कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
कार्यक्रम के दौरान एनडीआरएफ टीम ने रंजीत कुमार, उप कमाडेंट के नेतृत्व में मॉक ड्रिल का प्रदर्शन किया। टीम ने बताया कि भूकंप जैसी आपदाओं से बचने के लिए ‘झुकें (Duck), ढकें (Cover), और पकड़ें (Hold)’ जैसे उपाय बेहद प्रभावी होते हैं। टीम ने नागरिकों को आपदा प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं और सुरक्षात्मक तकनीकों को डेमो के माध्यम से समझाया। रंजीत कुमार ने कहा, “आपदा को रोका नहीं जा सकता, लेकिन उचित तैयारी और जागरूकता से इसके प्रभाव को कम किया जा सकता है। घबराने के बजाय सूझबूझ और तैयारी से आपदा के समय बेहतर प्रतिक्रिया दी जा सकती है।”
कार्यक्रम में एनडीआरएफ द्वारा आपदा प्रबंधन उपकरणों की भव्य प्रदर्शनी लगाई गई। इसमें भूकंप जैसी आपदाओं में उपयोगी उपकरणों और तकनीकों को दिखाया गया। इसके अलावा, भगदड़ से बचाव और आपदा में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने की प्रक्रिया का भी प्रदर्शन किया गया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्रों और स्थानीय नागरिकों ने भाग लिया। उन्होंने एनडीआरएफ के प्रशिक्षण और मॉक अभ्यास से लाभ उठाते हुए आपदा प्रबंधन की बारीकियों को सीखा। एनडीआरएफ 9वीं बटालियन द्वारा बिहार में इस तरह के अभ्यास नियमित रूप से किए जा रहे हैं, जिससे नागरिकों और छात्रों को आपदा प्रबंधन के प्रति जागरूक किया जा सके।