संवाददाता, बेलागंज | मगध लाइव

गया: बेलागंज प्रखंड के एरकी पंचायत अंतर्गत शेखपुरा गांव का लाल और देश के सपूत आईटीबीपी के जवान अमन कुमार (35) के निधन की खबर से पूरा इलाका शोक में डूब गया है। गलवान घाटी में चीनी सैनिकों को खदेड़ने में अहम भूमिका निभा चुके अमन इस समय दिल्ली के इंडिया गेट के पास आईटीबीपी में सेवारत थे।
परिजनों के अनुसार, कुछ दिन पहले अमन डेंगू से संक्रमित हो गए थे और इलाज के लिए फरीदाबाद के एशियन अस्पताल में भर्ती थे। वहीं उपचार के दौरान बाथरूम में फिसलकर सिर पर गंभीर चोट लगने से उनकी मौत हो गई। इस दुखद घटना ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। अमन कुमार देशभक्ति की मिसाल थे। उनके पिता शंभु शर्मा भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हैं, जबकि छोटे भाई राहुल कुमार भी आईटीबीपी में सेवा दे रहे हैं। अमन अपने पीछे माता-पिता, पत्नी, एक पुत्र और एक पुत्री को छोड़ गए हैं। उनके असमय निधन से परिवार पर दुःखों का पहाड़ टूट पड़ा है।

जवान की शहादत जैसी इस आकस्मिक मृत्यु की खबर शनिवार को इलाके में फैलते ही शेखपुरा सहित आसपास के गांवों और कस्बों में शोक की लहर दौड़ गई। लोग समूह बनाकर उनके घर पहुंचने लगे और परिजनों को ढांढस बंधाया। खबर लिखे जाने तक अमन का पार्थिव शरीर गांव नहीं पहुंच पाया था, लेकिन उनके अंतिम दर्शन के लिए ग्रामीणों और शुभचिंतकों की भीड़ उमड़ने लगी है। गांव के लोग बताते हैं कि अमन न केवल एक जांबाज सैनिक थे, बल्कि गांव के युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत भी थे। उनकी सादगी, अनुशासन और देश के प्रति समर्पण ने उन्हें अलग पहचान दिलाई थी।
अमन के निधन पर कई जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों ने गहरा शोक व्यक्त किया है। पूर्व मुखिया राम विनय सिंह, भाजपा नेता मुकेश कुमार, जिला परिषद सदस्य करिश्मा कुमारी, आश्रम समिति के संरक्षक सरोज सिंह, अध्यक्ष प्रभात कुमार मिश्रा, सचिव डॉ. उज्वल रविशंकर कुमार, जदयू नेता सत्येंद्र गौतम मांझी, कांग्रेस नेता धर्मेंद्रनाथ, सीपीआई नेता दयानंद वर्मा सहित बड़ी संख्या में राजनीतिक और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अमन के निधन को अपूरणीय क्षति बताया। शेखपुरा गांव के लोग कहते हैं कि अमन की देश सेवा की भावना और उनका बलिदान आने वाली पीढ़ियों को हमेशा प्रेरित करेगा। गांव और इलाके में अब सिर्फ एक ही आवाज सुनाई दे रही है—“देश ने अपना सच्चा सिपाही खो दिया।”