
टिकारी संवाददाता: गया जिले के पंचानपुर में गुरुवार को एक अत्यंत मार्मिक और हृदयविदारक घटना सामने आई, जब पिता-पुत्री की अर्थी एक साथ शमशान घाट पहुंची। 22 वर्षीय प्रियंका कुमारी की असाध्य बीमारी से मौत के बाद, उसके 70 वर्षीय पिता कृष्णा दास बेटी की मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर सके और रास्ते में ही उनका भी निधन हो गया।जानकारी के अनुसार, कृष्णा दास अपनी बेटी प्रियंका का इलाज कराने के लिए कुछ दिन पूर्व नरकटियागंज गए थे, जहां उनका बेटा संतोष दास रेलवे अस्पताल में इलाज करवा रहा था। संतोष भारतीय रेलवे में लोको पायलट के पद पर कार्यरत हैं। इलाज के क्रम में प्रियंका की मृत्यु हो गई। इसके बाद कृष्णा दास बेटी का पार्थिव शरीर लेकर पंचानपुर लौट रहे थे, लेकिन रास्ते में उन्हें हार्ट अटैक आया और वे भी चल बसे।

दोनों के शव जब एक साथ पंचानपुर लाए गए, तो पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। स्वजनों के चीख-पुकार और रोने-बिलखने से माहौल गमगीन हो गया। भारी मन से ग्रामीणों और परिजनों ने स्थानीय शमशान घाट पर दोनों का एक साथ अंतिम संस्कार किया।गौरतलब है कि पिछले वर्ष अप्रैल माह में कृष्णा दास की पत्नी की भी सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी, जिससे परिवार पहले से ही गहरे दुख में था। इस दुखद घटना पर नेशनल यूथ ब्रिगेड के अध्यक्ष रौशन गहलौत, समाजिक कार्यकर्ता अमित कुमार समेत कई लोगों ने शोक संवेदना प्रकट की और परिवार को ढांढस बंधाया।