गया। राष्ट्रीय साहित्यिक-सह-सांस्कृतिक संस्था ‘शब्दवीणा’ के मंच ने एक बार फिर साहित्य, संगीत और संस्कृति के अद्भुत संगम का साक्षी बनाते हुए रविवार, 8 दिसंबर 2024 को डॉ. रश्मि प्रियदर्शनी के पाँचवें, छठे और सातवें काव्य-संग्रहों का भव्य लोकार्पण किया। शगुन गेस्ट हाउस, विष्णुपद मार्ग में आयोजित इस कार्यक्रम ने साहित्य प्रेमियों को एक यादगार अनुभव दिया।
डॉ. रश्मि प्रियदर्शनी, जो गौतम बुद्ध महिला कॉलेज, गया की अंग्रेजी विभागाध्यक्ष और शब्दवीणा की संस्थापक-सह-राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, ने अपने नवीनतम काव्य-संग्रह—‘अरिहंत,’ ‘कहाँ गये वे दृश्य मनोहर,’ और ‘है हमें जाना कहाँ’ को साहित्य जगत के समक्ष प्रस्तुत किया।
गणमान्य अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। मंच पर उपस्थित प्रमुख अतिथियों में राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष एवं प्रसिद्ध गीतकार कन्हैयालाल मेहरवार, शब्दवीणा प्रदेश संगठन मंत्री प्रो. (डॉ.) दीनानाथ, संगीतज्ञ राजन सिजुआर, गया जिला संरक्षक डॉ. रामसिंहासन सिंह, राष्ट्रीय प्रचार मंत्री डॉ. रवि प्रकाश, राष्ट्रीय उप संगठन मंत्री पंकज मिश्र समेत कई प्रतिष्ठित व्यक्तित्व शामिल थे।
सभी मंचासीन अतिथियों का स्वागत शॉल, पुष्पगुच्छ और शब्दवीणा उपहार देकर किया गया। इसके पश्चात, हर्षिता मिश्रा, अन्या, तान्या, स्तुति भारद्वाज, शैली पाठक और निधि ने सरस्वती वंदना “ज्ञान दे, सुर तान दे” प्रस्तुत कर कार्यक्रम का आधिकारिक आगाज़ किया।
श्रोताओं को भावविभोर कर गईं प्रस्तुतियां
पाँच सत्रों में विभाजित इस समारोह में साहित्य और संगीत का अनूठा संगम देखने को मिला। गया जिला साहित्य मंत्री चाँदनी बसोया के स्वागत गीत से लेकर तृप्ति भारद्वाज के राम भजन और सुरेन्द्र पांडेय सौरभ के “एक राधा, एक मीरा” गीत ने श्रोताओं को भावुक कर दिया। संगीत सत्र में प्रस्तुत लोकगीतों ने श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया।
कवि सम्मेलन में देशभर से आए रचनाकारों ने अपनी कविताओं और ग़ज़लों से मंच को जीवंत कर दिया। नवादा के उदय भारती और गुलाम सरवर अंसारी, जहानाबाद की रूबी कुमारी, गया की स्नेहा सिंह, और मुजफ्फरपुर के सहज कुमार जैसे कवियों ने अपनी प्रस्तुति से श्रोताओं का दिल जीत लिया।
काव्य-संग्रहों की सराहना
मंचासीन अतिथियों ने डॉ. रश्मि के काव्य-संग्रहों की दार्शनिक गहराई और भावनात्मक अभिव्यक्ति की भूरि-भूरि प्रशंसा की। उन्होंने शब्दवीणा परिवार के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। संस्था के राष्ट्रीय संरक्षक महावीर बजाज और राष्ट्रीय परामर्शदाता मंडल के सदस्यों ने भी डॉ. रश्मि को शुभकामनाएँ प्रेषित कीं।
फेसबुक पर लाइव प्रसारण ने जोड़े हजारों दर्शक
कार्यक्रम का सीधा प्रसारण ‘शब्दवीणा केन्द्रीय फेसबुक पेज’ पर किया गया, जिससे देशभर में संस्था की विभिन्न इकाइयों के सदस्य और साहित्य प्रेमी इस आयोजन का हिस्सा बन सके।
कार्यक्रम का संचालन पंकज मिश्र और जैनेन्द्र कुमार मालवीय ने किया। अंत में, आयोजक और राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रश्मि प्रियदर्शनी ने अपने संबोधन में अतिथियों, रचनाकारों, और श्रोताओं के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने शब्दवीणा परिवार के समर्पण और प्रयासों की प्रशंसा करते हुए आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी का धन्यवाद किया।