✍️देवब्रत मंडल

पूर्व मध्य रेल के डीडीयू मंडल अंतर्गत गया जंक्शन के मेमू शेड में कार्यरत कर्मचारियों के साथ अपराधियों ने लूटपाट की। अपराधियों का दुस्साहस का आलम यह रहा कि जब रेलकर्मियों के पास नकद रुपए नहीं मिले तो रिवॉल्वर की नोक पर ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करवा लिया। पीड़ित रेलकर्मी इतने भयभीत हो गए थे कि हालात मरता क्या नहीं करता वाली स्थिति में अपराधियों के द्वारा बताए गए क्यूआर कोड पर दो बार में 20 हजार रुपये ट्रांसफर करना पड़ा। साथ में रहे दो अन्य रेलकर्मियों के भी मोबाइल सेट लूट लिया। वहीं कोच में एक अन्य व्यक्ति भी था, उससे भी अपराधियों ने करीब तीन हजार रुपये ट्रांसफर करवा लिया।

इस घटना की जानकारी प्राप्त होते ही मेमू शेड में कार्य करने वाले कर्मचारियों ने गया रेल थाना के समक्ष प्रदर्शन किया। प्रदर्शन करने वाले कर्मचारी अपनी सुरक्षा की मांग करते हुए पुलिस प्रशासन के विरुद्ध नारे लगा रहे थे।
इधर, पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल के अपर मंडल प्रबंधक गया जंक्शन पर पहुंच गए थे। जब इस बात की जानकारी रेलकर्मियों को हुई तो उनसे मिलकर रेलकर्मियों के साथ यार्ड में ड्यूटी के दौरान हुई लूटपाट की घटना से अवगत करवाया। रेलकर्मियों का कहना था कि यार्ड में रात्रि ड्यूटी के लिए उन्हें सुरक्षा बल मुहैया कराई जाए।
इधर, गया रेल थाना प्रभारी को सौंपे लिखित तहरीर में टेक्नीशियन-2 सुरेंद्र कुमार ने पुलिस को बताया है कि उनके साथ टेक्नीशियन-2 राजू कुमार एवं अजित कुमार सिन्हा, टेक्नीशियन-2 मेमू रेक का मैन्टेन्स कर जिस रेक से लौट रहे थे। वो रेक मालगोदाम के पास लाल सिग्नल के पास रुक गई थी। ट्रेन के रुकते ही चार की संख्या में रहे अपराधी कोच में आ गए और रिवॉल्वर की नोक पर सभी को कवर कर लिया। इसके बाद धमकी देते हुए रुपये मांगने लगा। नकद राशि नहीं थी तो सुरेंद्र कुमार के मोबाइल से अपने मोबाइल के क्यूआर कोड पर 20 हजार रुपये ट्रांसफर करवा लिया।
रेलकर्मी सुरेंद्र कुमार ने पुलिस को दिए आवेदन में बताया है कि उसी कोच में चंदावली नामक एक अन्य व्यक्ति भी बैठे हुए थे, उससे भी करीब तीन हजार रुपये ट्रांसफर करवा लिया गया। चंदावली जो कि जहानाबाद जिले के टेहटा थाना क्षेत्र के चकढोरा गांव के रहनेवाले हैं।
इधर, एडीआरएम से मिलकर रेलकर्मियों ने एक संयुक्त ज्ञापन सौंपा है। जिसमें तीनों पीड़ित रेलकर्मियों ने बताया गया है कि उन सभी के मोबाइल भी अपराधियों ने लूट लिया है। रेलकर्मियों ने एडीआरएम से कहा है कि बार बार इस प्रकार की घटनाएं हो रही है। ऐसे में मेमू शेड में नाईट स्टेबलिंग चेकिंग संभव नहीं है। रेलकर्मियों में भय एवं असुरक्षा का माहौल है।
इन रेलकर्मियों ने नाईट ड्यूटी में जाने आने वाले रेलकर्मियों को रेलवे सुरक्षा बल द्वारा सकॉट की भी मांग की है। साथ ही यार्ड में जंगल झाड़, अपर्याप्त प्रकाश आदि की समस्याओं से अवगत कराते हुए रेलकर्मियों की सुरक्षा की मांग की है।
बता दें गया जंक्शन से खाली मेमू रेक को मैन्टेन्स के लिए मेमू शेड में भेजा जाता है। गया जंक्शन से रेक को यार्ड होते हुए मेमू शेड में भेजा जाता है। विशेष कर रात्रि पाली में रेक को भेजा जाता है। जिसमें मैन्टेन्स के स्टाफ साथ आना जाना करते हैं।