
फतेहपुर: गया जिला के फतेहपुर प्रखंड के बारा पंचायत अंतर्गत वैजदा गांव में बुनियादी ढांचे की अनदेखी ने जनाक्रोश का रूप ले लिया है। दशकों से पक्की सड़क से वंचित ग्रामीणों ने इस बार विरोध का अनोखा तरीका अपनाया। सैकड़ों महिला-पुरुष एकजुट होकर कीचड़ में तब्दील सड़क पर धान की रोपाई करने उतर गए और जोरदार नारेबाजी करते हुए चेतावनी दी – “रोड नहीं तो वोट नहीं।”

ग्रामीणों का कहना है कि बरसात में यह सड़क पूरी तरह कीचड़ में बदल जाती है, जिससे आवागमन नामुमकिन हो जाता है। खेत तक पहुंचना, बच्चों को स्कूल भेजना और बीमारों को अस्पताल ले जाना गंभीर चुनौती बन जाता है। इस बार नाराज ग्रामीणों ने तय किया कि सड़क निर्माण की मांग को लेकर ऐसा विरोध दर्ज कराया जाए, जिसे नजरअंदाज करना किसी के लिए संभव न हो।
प्रदर्शन के दौरान लोगों ने वर्तमान विधायक कुमार सर्वजीत पासवान के खिलाफ जमकर नारे लगाए। उनका आरोप है कि विधायक बार-बार अपने पूरे विधानसभा क्षेत्र में सड़कों के पक्कीकरण का दावा करते हैं, लेकिन वैजदा गांव अब भी विकास से कोसों दूर है।
गांव के बुजुर्गों का कहना है कि उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी इसी कच्ची और कीचड़ भरी सड़क पर गुजार दी, लेकिन अब नई पीढ़ी के लिए वे चुप नहीं बैठेंगे। ग्रामीणों ने साफ कहा कि अगर आगामी चुनाव से पहले सड़क निर्माण का काम शुरू नहीं हुआ, तो पूरा गांव मतदान का बहिष्कार करेगा।
यह विरोध अब पूरे बोधगया विधानसभा में चर्चा का विषय बन गया है, और क्षेत्र की सियासत में हलचल मचा दी है।