
टिकारी। स्वतंत्रता सेनानी जगलाल महतो की स्मृति दिवस पर जगलाल महतो विचार मंच, बिहार के तत्वावधान में “भारतीय संविधान का पूर्ण क्रियान्वयन एवं भारत में सामाजिक न्याय—महापुरुषों की विरासत की रक्षा” विषय पर एक दिवसीय विचार गोष्ठी का आयोजन टिकारी प्रखंड के चिरौली स्थित एक निजी मैरिज हॉल में किया गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. के. एस. चौहान, मूल निवासी संघ के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष हेमराज सिंह पटेल, एमकेकेएम बिहार के प्रदेश उपाध्यक्ष रमाकांत सुधांशु, मगध विश्वविद्यालय के भौतिकी विभागाध्यक्ष प्रो. विजय कुमार वर्मा, विचार मंच के संयोजक अविनाश महतो, सह-संयोजक प्रतिभा रानी डांगी, पूनम कुमारी, अशोक कुमार, पूर्व मुखिया कमलेश कुमार शर्मा और कमलेश कुमार कमल ने संयुक्त रूप से किया।
पहले सत्र में संवैधानिक अधिकारों पर मंथन

प्रथम सत्र की अध्यक्षता वीरेंद्र अर्जक ने की, जबकि संचालन विजय कुमार ने किया। डॉ. के. एस. चौहान ने कहा कि वर्तमान समय में संवैधानिक मूल्यों और नागरिक अधिकारों पर संकट गहराता जा रहा है। केंद्र सरकार आरक्षण समाप्त करने की दिशा में कदम उठा रही है, इसलिए समाज को सतर्क और सजग रहना होगा।
रमाकांत सुधांशु ने कहा कि बिहार लोकतंत्र की जननी रही है। जब भी लोकतांत्रिक अधिकारों और मानवीय मूल्यों पर हमला हुआ है, आवाज सबसे पहले इसी धरती से उठी है।
प्रो. विजय कुमार वर्मा ने जगलाल महतो, जगदेव प्रसाद, स्वामी पेरियार और ललई सिंह यादव के योगदानों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नई पीढ़ी को अपने महापुरुषों के संघर्ष और विचारों से परिचित कराना समय की जरूरत है।
भूगोल विभाग के वरिष्ठ प्राध्यापक पिंटू कुमार ने आरक्षण की वर्तमान स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि आयोग चयन प्रक्रिया में अक्सर ओबीसी, एससी और एसटी अभ्यर्थियों को ‘नॉट सूटेबल’ बताकर बाहर कर देता है। यह मानसिकता तभी बदलेगी, जब समाज जागरूक होकर अधिकारों की रक्षा के लिए खड़ा होगा।
दूसरे सत्र में प्रतिनिधित्व की आवश्यकता पर जोर
दूसरे सत्र की अध्यक्षता पूर्व मुखिया अशोक कुमार ने की, संचालन अविनाश महतो ने किया। इस दौरान मखदुमपुर विधायक सतीश दास ने कहा कि शोषित और वंचित वर्ग को राजनीति में समुचित प्रतिनिधित्व दिलाना जरूरी है। जब तक राजनीतिक भागीदारी सुनिश्चित नहीं होगी, तब तक समाज की नीतियों और भविष्य का निर्धारण संभव नहीं है। कार्यक्रम को के. जे. एन. राम (अखिल भारतीय नाग संघ), हेमराज सिंह पटेल सहित कई वक्ताओं ने संबोधित किया।
सांस्कृतिक प्रस्तुति से बढ़ा आकर्षण
कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश से आई मिशन गायिका प्रो. सरोज त्यागी ने गीत-संगीत की प्रस्तुति देकर माहौल को ऊर्जावान बनाया। बड़ी संख्या में महिलाएं, युवा, छात्र और बुजुर्ग इस गोष्ठी में शामिल हुए और सामाजिक न्याय तथा राजनीतिक भागीदारी पर अपने विचार साझा किए।






