
टिकारी संवाददाता: सीआरपीएफ जवान आशुतोष कुमार मिश्रा का पार्थिव शरीर बुधवार की शाम पंचतत्व में विलीन हो गया। आशुतोष कुमार मिश्रा जिंदाबाद, भारत माता की जय के जयघोष के बीच भगिना वरुण मिश्रा ने अपने पिता को मुखाग्नि दी। स्थानीय मोरहर नदी स्थित अस्मशान घाट पर वैदिक रीति रिवाज से उनका अंतिम संस्कार हुआ। इससे पूर्व सीआरपीएफ जवान आशुतोष कुमार मिश्रा का पार्थिव शरीर बुधवार को दोपहर बाद पैतृक गांव टिकारी प्रखंड के लाव गांव पहुंचा। जैसे ही पार्थिव शरीर गांव पहुंचा स्वजनों में कोहराम मच गया। पत्नी बच्चे सहित मां, बहन के करुण क्रंदन व चीत्कार से सभी की आंखें नम हो गई। इस बीच वृद्ध मां अपने पुत्र के शव से लिपकटर दहाड़ मारकर रोती रही। बीच बीच मे वे कई बार अचेत भी होती रही। काफी मसक्कत के बाद द्वारा अंतिम संस्कार की रस्म पूरा करने के बाद सीआरपीएफ के जवानों ने शोक परेड किया।

जिसके बाद गगनभेदी देशभक्ति नारो के साथ शव को शमशान घाट लाया गया। जहां सीआरपीएफ के जवानों ने शोक सलामी दी। साथ ही आशुतोष कुमार मिश्रा के 18 वर्षीय आदित्य को राष्ट्रध्वज सौंपा। जानकारी हो कि मंगलवार को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल के सरकारी आवास पर अंगरक्षक आशुतोष कुमार मिश्रा ने अपने ही सर्विस रिवाल्वर से शूट कर आत्महत्या कर ली थी।
इस अवसर पर सीआरपीएफ के 224 बटालियन के सहायक कमांडर प्रफुल्ल चन्द्र, इंस्पेक्टर सुशील कुमार गुप्ता, मुखिया आशुतोष मिश्रा, बीडीओ योगेंद्र पासवान, सीओ मयंक शेखर, टिकारी थाना सब इंस्पेक्टर सूर्येश शर्मा व विवेकानंद सिंह के साथ क्षेत्रीय विधायक डा. अनिल कुमार, पूर्व जिला पार्षद व कांग्रेस प्रदेश प्रतिनिधि सतेन्द्र नारायण, बृजमोहन शर्मा, हिमांशु शेखर, नाथुन पासवान सहित बड़ी संख्या में लोग श्रद्धांजलि अर्पित करने को मौजूद थे। मृतक के स्वजन को दी गई तत्काल आर्थिक मदद पार्थिव शरीर पहुंचने के बाद सीआरपीएफ के सहायक कमांडर प्रफुल चन्द्र ने फिनांसियल इमेडीएट के तहत 75 हजार रुपए नगद प्रदान की।