गया: निगरानी अन्वेषण ब्यूरो, बिहार की टीम ने आज बड़ी कार्रवाई करते हुए फतेहपुर के प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) राहुल कुमार रंजन को 70,000 रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण कार्यालय, सदर, गया के परिसर में की गई।
क्या है मामला?
उप प्रमुख रणधीर कुमार ने 20 नवंबर को निगरानी ब्यूरो में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि पंचायत समिति विकास योजना के अंतर्गत चयनित योजनाओं को ऑनलाइन दर्ज करने के लिए बीडीओ राहुल रंजन और उनके सहायक नीतीश ने 70,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी।
शिकायत का सत्यापन और गिरफ्तारी:
शिकायत की जांच में आरोप सही पाए गए, जिसके बाद निगरानी थाना कांड संख्या-012/2024 के तहत मामला दर्ज किया गया। डीएसपी पवन कुमार के नेतृत्व में गठित टीम ने आज बीडीओ को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा। गिरफ्तारी के बाद बीडीओ राहुल रंजन से पूछताछ की जा रही है। उन्हें जल्द ही निगरानी न्यायालय, पटना में पेश किया जाएगा।
पहली पोस्टिंग, पहली गिरफ्तारी!
17 महीने पहले फतेहपुर में योगदान देने वाले राहुल रंजन की यह पहली पोस्टिंग थी। औरंगाबाद जिले के रहने वाले राहुल की शादी फरवरी में तय थी। लेकिन रिश्वतखोरी के इस आरोप ने उनकी छवि को बड़ा धक्का दिया है। इस घटना के बाद पूरे फतेहपुर प्रखंड में सनसनी फैल गई है। ग्रामीणों और अधिकारियों के बीच चर्चा का विषय बन गया है।