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टिकारी संवाददाता: टिकारी के केसपा ग्राम में बुधवार को बिना कोई पूर्व सूचना के मोबाइल पशु चिकित्सा वैन का दौरा हुआ। लेकिन ग्रामीणों व पशुपालकों को इसकी कोई सूचना नही रहने के कारण लाभ से वंचित रह गए और टीम वापस लौट गई। मूक पशु-पक्षियों की देखभाल के लिए बिहार सरकार ने अक्टूबर 2024 में मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई प्रारंभ किया था। इसके अंतगर्त एक वाहन चलंत पशु चिकित्सालय के रूप में पशुपालकों की सेवा में भ्रमण करता है। प्रत्येक प्रखंड में एक इकाई में चिकित्सक, कंपाउंडर और ड्राइवर भ्रमणशील रहते हैं। सरकार की ओर से एक नंबर 1962 भी जारी किया गया है। लेकिन इस नंबर की जानकारी भी आम पशुपालकों को नही है। उक्त नम्बर पर कोई भी पशुपालक अपने पशुओं की बीमारी व देखभाल के लिए परामर्श ले सकता है। स्थानीय ग्रामीण हिमांशु शेखर ने कहा है कि सरकार को मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई का रोस्टर तैयार करना चाहिए ताकि पशुपालकों को इसका लाभ मिल सके।