देवब्रत मंडल
गयावासियों के लिए हवाई यात्रा की सुविधा जल्द बेहतर होने जा रही है। केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री जीतनराम मांझी ने बुधवार को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) के अधिकारियों के साथ एक अहम बैठक की। बैठक के बाद यह सहमति बनी कि गया से इंडिगो की अतिरिक्त फ्लाइट्स की शुरुआत जल्द होगी। यह कदम गया के लोगों को पटना के सड़क मार्ग पर निर्भरता से छुटकारा दिलाने और उनकी यात्रा को सुलभ व किफायती बनाने की दिशा में एक बड़ा बदलाव साबित होगा।
10-15 दिनों में बढ़ेगी फ्लाइट्स की संख्या
केंद्रीय मंत्री और AAI अधिकारियों के बीच यह तय हुआ कि गया से इंडिगो फ्लाइट्स की संख्या बढ़ाई जाएगी। फिलहाल गया से केवल एक फ्लाइट संचालित हो रही है, जिससे यात्रियों को पटना हवाईअड्डे का रुख करना पड़ता है। इस समस्या को हल करने के लिए गया से कम से कम दो नई उड़ानों का संचालन शुरू होगा। AAI अधिकारियों ने आगामी 10 से 15 दिनों के भीतर इस पहल को अमल में लाने का आश्वासन दिया है।
डोमेस्टिक और इंटरनेशनल फ्लाइट्स पर जोर
बैठक में गया से घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों प्रकार की उड़ानों को बढ़ावा देने पर चर्चा हुई। हिंडन एयरपोर्ट के लिए फ्लाइट्स की सुविधा और चेन्नई की तर्ज पर गया से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का विस्तार भी एजेंडा में शामिल रहा। अधिकारियों का मानना है कि इस कदम से बोधगया आने वाले विदेशी पर्यटकों के साथ ही स्थानीय यात्रियों को भी हवाई यात्रा का लाभ मिलेगा।
कार्गो सुविधाओं में विस्तार की योजना
गया एयरपोर्ट पर कार्गो सेवाओं को बढ़ाने पर भी विचार किया गया। वर्तमान में केवल एक टन सामान की क्षमता वाले विमानों का संचालन हो रहा है। AAI अधिकारियों ने कहा कि यदि 20-25 एकड़ अतिरिक्त भूमि उपलब्ध कराई जाए, तो 20 टन तक सामान के परिवहन की क्षमता विकसित की जा सकती है। यह पहल गया को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापार और परिवहन का एक प्रमुख केंद्र बना सकती है।
गया की धार्मिक और पर्यटन महत्ता
गया न केवल एक ऐतिहासिक और धार्मिक केंद्र है, बल्कि बोधगया के रूप में यह अंतरराष्ट्रीय पर्यटन का भी प्रमुख स्थल है। नई फ्लाइट्स और बेहतर सुविधाओं के जरिए पर्यटकों का अनुभव और भी सहज होगा। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी फायदा पहुंचेगा।
राष्ट्रीय प्रवक्ता ई. नंदलाल मांझी ने बताया कि केंद्रीय मंत्री की पहल गया के विकास और सुविधाओं में सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम है। उन्होंने कहा, “इससे न केवल गया के लोगों को लाभ मिलेगा, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गया की पहचान और भी सशक्त होगी।”