गया: जिले में नक्सली गतिविधियों पर कड़ा प्रहार करते हुए गया पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में 1 लाख रुपये के इनामी नक्सली अनिल यादव उर्फ सद्दाम को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह गिरफ्तारी जिला पुलिस के अपराध नियंत्रण अभियान के तहत हुई, जो वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर चलाया जा रहा है।
दिल्ली से पकड़ा गया कुख्यात नक्सली
एसटीएफ को गुप्त सूचना मिली थी कि कई मामलों में वांछित नक्सली अनिल यादव उर्फ सद्दाम दिल्ली के पहाड़गंज इलाके में छिपा हुआ है। सूचना की पुष्टि के बाद विशेष टीम ने इलाके में छापेमारी की। इस दौरान पुलिस को देखकर भागने की कोशिश कर रहे सद्दाम को टीम ने पकड़ लिया। गिरफ्तार नक्सली अनिल यादव जहानाबाद जिले के धर्मपुर गांव का निवासी है।
25 पीस विस्फोटक के साथ पकड़ा गया था गैंग
14 अक्टूबर 2020 को खिजरसराय पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर 25 पीस विस्फोटक के साथ पांच नक्सलियों को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में पता चला था कि ये विस्फोटक जहानाबाद जिले में किसी बड़ी नक्सली घटना को अंजाम देने के लिए ले जाए जा रहे थे, जिसकी योजना सद्दाम ने बनाई थी। इस मामले में सद्दाम की संलिप्तता पाई गई थी, लेकिन वह फरार हो गया था।
कई जिलों में आतंक का चेहरा
अनिल यादव उर्फ सद्दाम का आपराधिक इतिहास बेहद लंबा है। वह जहानाबाद, गया और नवादा जिलों में नक्सली गतिविधियों का मास्टरमाइंड माना जाता है। उसके खिलाफ हत्या, विस्फोटक पदार्थ, और आर्म्स एक्ट जैसे गंभीर धाराओं में कई मामले दर्ज हैं।
सुरक्षा को मिली मजबूती
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस गिरफ्तारी से न केवल गया बल्कि नवादा और जहानाबाद जिलों में नक्सली गतिविधियों पर बड़ा अंकुश लगेगा। यह कार्रवाई क्षेत्र में शांति और सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाएगी।
गिरफ्तार नक्सली का परिचय:
- नाम: अनिल यादव उर्फ सद्दाम
- पिता का नाम: स्वर्गीय राम लखन यादव
- पता: धर्मपुर, थाना हुलासगंज, जिला जहानाबाद
अनिल यादव के खिलाफ प्रमुख मामले
- 1. घोषी हुलासगंज कांड संख्या 20/04 (हत्या और आर्म्स एक्ट)
- 2. हुलासगंज कांड संख्या 21/04 (हत्या और सीएलए एक्ट)
- 3. हुलासगंज कांड संख्या 229/04 (हत्या और विस्फोटक अधिनियम)
- 4. खिजरसराय कांड संख्या 302/20 (विस्फोटक अधिनियम और यूएपीए)
- 5. खिजरसराय कांड संख्या 143/09 (आर्म्स एक्ट और सीएलए एक्ट)
इस बड़ी सफलता के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और उनकी टीम को बधाई दी जा रही है। पुलिस के मुताबिक, यह अभियान अपराधियों और नक्सलियों के खिलाफ उनकी जीरो टॉलरेंस नीति का हिस्सा है।