देवब्रत मंडल
बिहार में शराबबंदी के बाद यदि सबसे अधिक शराब बिहार में आती है तो वह राज्य झारखंड है। बिहार में शराबबंदी के बाद शराब माफियाओं ने झारखंड को एक शराब का एक अच्छा उत्पादक बाजार और बिहार को इसका अवैध तरीके से खपत का बाजार बना लिया है।
आज भले ही बिहार में शराबबंदी लागू है लेकिन माफिया इस बंदी को सबसे बड़ा अवसर मान लिया है। हालांकि वरीय पुलिस अधीक्षक आशीष भारती अवैध शराब में लगे हुए करोबारियों के खिलाफ मुहिम जारी रखे हुए हैं लेकिन माफिया मानो हर जुल्म सह कर इस धंधे को बदस्तूर जारी रखना चाहता है।
आए दिन मद्य निषेध और पुलिस महकमा अवैध शराब के कारोबार करने वाले लोगों को पकड़ रही है। इसी क्रम में मद्य निषेध विभाग की एक टीम झारखंड के हजारीबाग जिले के इचाक से शराब की बड़ी खेप लेकर गया की ओर आ रहे एक माफिया को डोभी चेकपोस्ट पर पकड़ने में कामयाब रही।
सहायक आयुक्त उत्पाद(मद्य निषेध) प्रियरंजन ने बताया कि चेकपोस्ट पर छापामारी दल का नेतृत्व कर रहे इंस्पेक्टर रामप्रीति कुमार ने एक कार के विभिन्न हिस्से में छिपा कर अरवल जिले के लिए ले जा रहे शराब की खेप को पकड़ा है। साथ ही तस्कर अक्षय शर्मा को गिरफ्तार भी किया गया है। उन्होंने बताया कि कार के बैक लाइट वाले बॉक्स में शराब छिपाकर लाई जा रही थी। इसके अलावा कार के पिछले हिस्से में भी बड़े हिसाब से शराब की कई बोतल छिपाई हुई थी। जिसे बरामद करते हुए कार को जब्त कर लिया गया है। तस्कर अक्षय शर्मा ने पूछताछ में टीम को बताया है कि शराब झारखंड के इचाक से लेकर चला था। जिसे अरवल लेकर जाना था लेकिन रास्ते में ही पकड़े गए। 156 बोतल विदेशी शराब और बियर बरामद किया गया है जो विभिन्न कंपनियों(ब्रांड) के हैं।
सहायक आयुक्त उत्पाद प्रियरंजन ने बताया कि जिला समाहर्ता डॉ त्यागराजन एसएम और एसएसपी आशीष भारती के निर्देशन में उनकी टीम अवैध शराब परिवहन व बिक्री करने वाले माफियाओं के विरुद्ध लगातार अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जब्त कार के मालिक का सत्यापन किया जा रहा है। गिरफ्तार अक्षय शर्मा ने पूछताछ में अन्य माफिया के बारे में भी जानकारी दी है। जिसके निशानदेही पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।