रालोजपा को शिखर पर ले जाने का सपना संजोए नवोदित नेता यशराज पासवान
खगड़िया। भारतीय राजनीति में पासवान परिवार का एक विशेष स्थान रहा है, जिसे स्वर्गीय रामविलास पासवान ने अपनी मेहनत, संघर्ष और अद्वितीय नेतृत्व क्षमता से अर्जित किया। गरीब, दलित, शोषित और वंचितों की आवाज़ बनकर उन्होंने राजनीति को एक नई दिशा दी। अब, उनकी विरासत को आगे बढ़ाने के लिए पासवान परिवार से एक नया चेहरा राजनीति में कदम रखने को तैयार है—पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस के पुत्र यशराज पासवान उर्फ़ मुस्कान।
यशराज पासवान की धमाकेदार राजनीतिक एंट्री 28 नवंबर को उनके पैतृक गांव शहरबन्नी में आयोजित एक भव्य समारोह के साथ होगी। इस अवसर पर स्वर्गीय रामविलास पासवान और स्वर्गीय रामचंद्र पासवान की आदमकद प्रतिमाओं का अनावरण किया जाएगा।
अलौली की बैठक में जीता लोगों का दिल
हाल ही में रालोजपा की अलौली में आयोजित एक बैठक में यशराज ने पहली बार सार्वजनिक मंच से अपने विचार रखे। उनकी सादगी और प्रभावशाली भाषण शैली ने जनसमूह को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस मौके पर लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ उनका स्वागत किया और उन्हें भविष्य का नेता करार दिया।
विरासत और विजन
यशराज पासवान राजनीति को सिर्फ एक मंच नहीं, बल्कि समाजसेवा का माध्यम मानते हैं। उनका कहना है कि, “मैं अपने बड़े पापा स्वर्गीय रामविलास पासवान जी के आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाना चाहता हूं। गरीब, वंचित और शोषित तबके के उत्थान के लिए काम करना ही मेरा ध्येय है।”
28 नवंबर का ऐतिहासिक आयोजन
शहरबन्नी गांव में आयोजित होने वाले इस समारोह में बड़ी संख्या में राजनीतिक हस्तियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों के शामिल होने की संभावना है। यशराज पासवान ने इस अवसर पर सभी से उपस्थित होने का स्नेहपूर्ण आग्रह किया है।
युवा शक्ति का संकल्प
जनता के बीच “मुस्कान” के नाम से लोकप्रिय यशराज पासवान को लेकर लोगों में उम्मीदें बढ़ रही हैं। वह रालोजपा को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनकी राजनीतिक एंट्री पासवान परिवार की विरासत को न केवल मजबूती प्रदान करेगी, बल्कि बिहार की राजनीति में एक नई ऊर्जा का संचार करेगी।
रिपोर्ट: अरविंद वर्मा