देवब्रत मंडल

रेलवे में ठेके पर काम करने वाली एक नामी गिरामी कंपनी का सुपरवाइजर और गार्ड मिलकर रेल संपत्तियों की चोरी करते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया गया है। इस अपराध को अंजाम देने वाले इन दोनों के अलावा इस गिरोह के तीन और लोग गिरफ्तार किए गए हैं। इन सभी के पास से रेल संपति भी बरामद कर ली गई है।
इस आशय की जानकारी देते हुए धनबाद जंक्शन के आरपीएफ पोस्ट के निरीक्षक प्रभारी अजय प्रकाश ने बताया कि गुरुवार की सुबह मिली कि सिंदरी मार्शलिंग स्टेशन में रात्रि में प्रतिनियुक्त प्राइवेट कंपनी के चौकीदार एवं कर्मचारी के द्वारा रेल परिसर से रेलवे का लोहा व केबुल की चोरी की जा रही है। चुराई गई रेल संपत्ति को सिंदरी के गुरुद्वारा के पास राजकुमार मल्लिक के कबाड़ी गोदाम में बेचा भी गया है। जिसे कबाड़ी वाला के द्वारा माल को तत्काल निष्पादित किया जानेवाला है। उन्होंने बताया वरीय मंडल सुरक्षा आयुक्त के निर्देश पर निरीक्षक प्रभारी अजय प्रकाश के नेतृत्व में एक विशेष टास्क टीम का गठन कर राजकुमार मल्लिक, उम्र-करीब (37), पिता-कालीपद मल्लिक, पता-शहरपुरा, गुरुद्वारा मोड़, गुलगुलिया बस्ती, थाना-बलियापुर, जिला-धनबाद कबाड़ दुकानदार सह संचालक के दुकान से अवैध रूप से प्राप्त की गई रेल संपत्ति (कुल मूल्य 2000/- रूपए) बरामद की गई।
उन्होंने आगे बताया कि इसी की निशानदेही पर BKY-HEW (JV) कंपनी, कोलकाता के द्वारा प्रतिनियुक्त अहमद अली उर्फ़ भानु अली (30), पिता-अनवर अली, पता-कुचवन, थाना- अलीनगर, जिला-चंदौली (उत्तर प्रदेश) वायरमैन सह सुपरवाइजर साथ रात्रि चौकीदार के रूप में प्रतिनियुक्त तीन स्थानीय व्यक्तियों (1)पवन सिंह, उम्र-करीब 20 वर्ष, पिता-उदय सिंह, (2)रोहित मंडल, उम्र-करीब 23 वर्ष, पिता-मंटू मंडल, तथा (3)मोहित कुमार यादव, उम्र-करीब 20 वर्ष, पिता-वैद्यनाथ, तीनों पता-सिंदरी मार्शलिंग यार्ड, थाना-बलियापुर, जिला-धनबाद निवासी को रेलवे के कॉपर केबल कुल मूल्य 8000/- ₹ के साथ पकड़ा गया। उन्होंने बताया इस घटना को अंजाम देने वाले सभी पांच व्यक्तियों की गिरफ्तारी के साथ रेलवे संपत्ति की कुल मूल्य ₹ 10,000 के साथ गिरफ्तार करते हुए केस दर्ज किया गया।
विदित हो कि सिंदरी मार्शलिंग यार्ड में रेलवे कंस्ट्रक्शन विभाग द्वारा प्राइवेट कंपनी BKY-HEW(JV) कंपनी, कोलकाता को रेल लाइन बिछाने व अन्य संबंधित कार्यों को सम्पन्न कराने हेतु सिविल व इलेक्ट्रिक कार्य हेतु टेंडर आवंटित किया गया है। इस कंपनी के द्वारा रखे गए प्राइवेट कर्मचारी द्वारा लाभ प्राप्ति हेतु रेलवे संपत्ति चुराने की घटना को अंजाम दिया है। जिनका सफल उद्भेदन कर लिया गया है।