पवई, पन्ना (मध्य प्रदेश)। कौशल्या ह्यूमैनिटी फाउंडेशन (केएचएफ), जिसे केएचएफ संगठन के नाम से जाना जाता है, ने ग्राम सुनादर में जरुरतमंद आदिवासी बच्चों के बीच जूते-चप्पल वितरित किए। इस अभियान का उद्देश्य बच्चों के चेहरों पर मुस्कान लाना और उनकी जरूरतों को पूरा करना था। फाउंडेशन का मुख्य लक्ष्य समाज के हर जरुरतमंद व्यक्ति तक सहायता पहुंचाना है।
इस नेक कार्य में पन्ना जिले की जानी-मानी समाज सेविका और केएचएफ संगठन की सक्रिय सदस्य, अंजू सिंगरौल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने बच्चों को जूते-चप्पल उपलब्ध कराए और उनके साथ खुशी के पल बिताए। अंजू सिंगरौल पवई की निवासी हैं और पिछले कई वर्षों से समाज सेवा में सक्रिय रूप से योगदान दे रही हैं।
कौशल्या ह्यूमैनिटी फाउंडेशन की स्थापना अंजू सिंगरौल की छोटी बहन अर्चना सिंगरौल ने की थी। उन्होंने अपनी बड़ी बहन से प्रेरणा लेते हुए इस संगठन की नींव रखी और समाज सेवा का संकल्प लिया। अर्चना सिंगरौल न केवल बच्चों को शिक्षा के प्रति जागरूक करती हैं, बल्कि उन परिवारों को भी मदद पहुंचाती हैं, जो संसाधनों की कमी का सामना कर रहे हैं। उनका हर प्रयास समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में होता है, और उनकी यह सेवा भावना समाज के लिए प्रेरणादायक है।