✍️देवब्रत मंडल
गया जी। पूरा देश जहाँ आज़ादी की 79वें वर्षगांठ मना रहा था, वहीं गया संग्रहालय परिसर एक विशेष कार्यक्रम का साक्षी बना। इस ऐतिहासिक अवसर पर भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा एक भव्य सैन्य बैंड प्रदर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसने उपस्थित जनसमूह को गौरव और देशभक्ति से सराबोर कर दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत देशभक्ति गीतों की मधुर धुनों के साथ हुई, जिसमें विशेष रूप से “सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा” की धुन ने सभी श्रोताओं को भावुक कर दिया। जैसे ही बैंड ने यह अमर धुन बजानी शुरू की, वैसे ही वातावरण में एक अलग ऊर्जा और प्रेरणा की लहर दौड़ गई। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, हर चेहरा गर्व और उत्साह से भर उठा।इस आयोजन का उद्देश्य केवल सांस्कृतिक प्रस्तुति नहीं था, बल्कि इसके पीछे एक गहरा और प्रेरणादायक भाव था।
कार्यक्रम के माध्यम से न केवल हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित किया गया, बल्कि देशभक्ति की भावना को भी जन-जन तक पहुँचाने का प्रयास किया गया। यह आयोजन उन वीर योद्धाओं को समर्पित था, जिन्होंने स्वतंत्र भारत के निर्माण में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया।
कार्यक्रम में ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का भी विशेष रूप से उल्लेख किया गया। यह हाल ही में संपन्न हुआ एक सैन्य अभियान है, जिसकी सफलता ने देश की सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ किया है। इसके लिए ऑपरेशन में शामिल जवानों को मंच पर विशेष सम्मान भी प्रदान किया गया।
कार्यक्रम के आयोजकों का कहना था कि इस आयोजन का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य आने वाली पीढ़ी को प्रेरित करना है ताकि वे उन मूल्यों को समझें और आत्मसात करें जो हमारे राष्ट्र की नींव हैं- जैसे त्याग, बलिदान, एकता और अखंडता। बच्चों और युवाओं के लिए यह प्रदर्शन न केवल मनोरंजन का साधन था, बल्कि एक जीवंत इतिहास पाठ भी बन गया, जिसमें उन्होंने देश के लिए कुछ कर गुजरने की प्रेरणा प्राप्त की।समापन पर सभी उपस्थित लोगों ने राष्ट्रगान गाकर वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
यह आयोजन न केवल एक संगीतमय प्रस्तुति था, बल्कि एक सशक्त संदेश भी-कि भारत का भविष्य उज्जवल है, यदि हम सभी मिलकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें और राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्य को प्राथमिकता दें।
इस प्रकार,गया संग्रहालय परिसर में आयोजित यह कार्यक्रम स्वतंत्रता दिवस के उत्सव को एक नए आयाम में ले गया, जहाँ सैन्य शौर्य, सांस्कृतिक गौरव और नागरिक कर्तव्य एक साथ पिरोए गए। इस अवसर पर सैन्य अधिकारियों सहित विशेष कार्य पदाधिकारी जनार्दन अग्रवाल, अल्प संख्यक कल्याण पदाधिकारी, कला एवं संस्कृति पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।