
गया जिले के शेरघाटी थाना क्षेत्र अंतर्गत चांपी गांव में शुक्रवार की सुबह ऐसा खौफनाक मंजर सामने आया, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। गांव से दूर बधार में स्थित खलिहान की झोपड़ी में सो रहे पति-पत्नी की बेरहमी से गला काटकर हत्या कर दी गई। मृतकों में पंचायत के वार्ड नंबर-1 की वार्ड सदस्य केशरी देवी और उनके पति प्रदीप यादव शामिल हैं। इस दोहरे हत्याकांड ने न सिर्फ गांव, बल्कि पूरे थाना क्षेत्र में सनसनी फैला दी है।
ग्रामीणों के अनुसार, केशरी देवी और प्रदीप यादव रोज़ की तरह गुरुवार की शाम खाना खाने के बाद खलिहान गए थे। वहां धान की कटी हुई फसल रखी थी, जिसकी रखवाली के लिए वे कुछ दिनों से उसी झोपड़ी में रात गुजारते थे। लेकिन किसी को अंदाजा नहीं था कि यह रात उनकी जिंदगी की आखिरी रात साबित होगी।

शुक्रवार की सुबह जब दोनों देर तक घर नहीं लौटे तो परिजन बेचैन हो उठे। इसी बीच उनका बेटा खलिहान पहुंचा। झोपड़ी के भीतर का दृश्य देखते ही उसके पैरों तले जमीन खिसक गई—मां-बाप दोनों खून से लथपथ, गला कटा हुआ, निश्चेष्ट पड़े थे। बेटे की चीख-पुकार सुनते ही ग्रामीण दौड़ पड़े और कुछ ही देर में पूरे गांव में हत्या की खबर आग की तरह फैल गई।
सूचना मिलते ही शेरघाटी थाना की पुलिस मौके पर पहुंची। घटनास्थल को सील कर मामले की जांच में जुट गई है। दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। प्रारंभिक जांच में यह साफ है कि हत्या बेहद योजनाबद्ध और क्रूर तरीके से की गई है।
वार्ड सदस्य की हत्या से पंचायत स्तर तक हड़कंप मच गया है। सवाल उठ रहे हैं—क्या यह आपसी रंजिश का नतीजा है? क्या किसी साजिश के तहत जनप्रतिनिधि को निशाना बनाया गया? या फिर खलिहान में रखी फसल की रखवाली के दौरान अपराधियों ने इस वारदात को अंजाम दिया?
फिलहाल पुलिस हर एंगल से जांच में जुटी है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही इस सनसनीखेज दोहरे हत्याकांड के खुलासे का दावा किया जा रहा है। इधर, चांपी गांव में मातम पसरा है और लोग दहशत के साए में जीने को मजबूर हैं।






