
गया जिले के फतेहपुर प्रखंड के डुमरी तपसा गांव में शादी की खुशियां उस वक्त मातम में बदल गईं जब तिलक से ठीक पहले युवक अशोक कुमार यादव का शव गांव के बधार स्थित कुएं के पास संदिग्ध हालत में मिला। घटना के बाद पूरे गांव में कोहराम मच गया, वहीं परिजनों और ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा। युवक की शादी सिंधुगढ़ थाना क्षेत्र के मथुरापुर गांव में होनी थी। जहां अशोक की शादी 10 मई को मथुरापुर गांव में तय थी। तिलक 7 मई को होना था, लेकिन उससे पहले ही युवक की रहस्यमयी मौत ने सबको झकझोर दिया।
अशोक की मौत बनी रहस्य, शरीर पर मिले चोट के निशान
मृतक अशोक कुमार, पिता मुनेश्वर यादव, सोमवार की शाम करीब 7 बजे शौच के लिए निकला था लेकिन फिर घर नहीं लौटा। सुबह ग्रामीणों ने जब बधार के पास उसका शव पड़ा देखा, तो पहले उन्हें लगा वह सोया है, पर पास जाकर देखने पर उसकी मौत का पता चला। शव की स्थिति और शरीर पर केहुनी व पैरों में चोट के निशान देख मामला संदिग्ध लग रहा है।
पुलिस ने FSL और डॉग स्क्वॉड के साथ की जांच, शव पोस्टमार्टम को भेजा गया

घटना की सूचना पर फतेहपुर थाना प्रभारी प्रशांत कुमार सिंह, एसआई ओम शंकर ओझा मौके पर पहुंचे। इसके साथ ही एफएसएल और डॉग स्क्वॉड की टीम को बुलाया गया जिन्होंने घटनास्थल पर बारीकी से जांच की और साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू की।

आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने किया सड़क जाम, SSP के आश्वासन के बाद खुला जाम

अशोक की मौत से गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने गया-रजौली मुख्य सड़क को तपसा के पास घंटों जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने न सिर्फ इस मामले की जल्द से जल्द जांच की मांग की, बल्कि डुमरी के ही एक अन्य हत्याकांड (संजय कुमार केस) के अब तक अनसुलझे रहने पर भी नाराजगी जताई।
जाम हटवाने के लिए वजीरगंज डीएसपी सुनील कुमार पांडेय और बीडीओ शशिभूषण साहू मौके पर पहुंचे। बाद में जिला पार्षद श्वेता सिंह यादव के हस्तक्षेप और मोबाइल पर एसएसपी से परिजनों की बातचीत के बाद जाम समाप्त हुआ। एसएसपी ने भरोसा दिलाया कि मामले का शीघ्र उद्भेदन किया जाएगा।
क्या है पुलिस की प्रारंभिक स्थिति?
डीएसपी सुनील कुमार पांडेय ने बताया कि फिलहाल यह कहना संभव नहीं है कि यह हत्या है या हादसा, लेकिन सभी पहलुओं पर गंभीरता से जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।