अनिल कुमार के पक्ष में उतरे एनडीए नेता, मंच से मांझी ने दिया जीत का मंत्र
टिकारी संवाददाता: पंचानपुर स्थित रामेश्वर बाग मैदान में रविवार को आयोजित एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन में एनडीए के सभी घटक दलों के प्रदेश स्तरीय नेता शामिल हुए। सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने स्पष्ट घोषणा करते हुए कहा कि “टिकारी से मौजूदा विधायक डॉ. अनिल कुमार ही एनडीए के उम्मीदवार होंगे।”
मांझी ने कहा कि देश और बिहार में एनडीए की सरकार ने अभूतपूर्व विकास कार्य किए हैं। जनता अब विरोधियों की सच्चाई को जान चुकी है और 2025 में फिर से नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए ऐतिहासिक बहुमत के साथ सत्ता में लौटेगा। अपने मगही अंदाज में कार्यकर्ताओं से संवाद करते हुए मांझी ने डॉ. अनिल कुमार के पक्ष में प्रचार की अपील की। मंच से भाजपा, जदयू, हम, रालोसपा और लोजपा के नेताओं ने भी एकजुट होकर डॉ. कुमार को भारी मतों से जिताने का आह्वान किया।
नेताओं ने गिनाईं उपलब्धियां
कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा पश्चिमी जिलाध्यक्ष प्रेम प्रकाश चिंटू ने की, जबकि संचालन जदयू जिलाध्यक्ष द्वारिका प्रसाद और धन्यवाद ज्ञापन प्रो. चंद्रशेखर सिंह ने किया। मौके पर जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन, पूर्व सांसद सुशील कुमार सिंह, रालोसपा प्रदेश अध्यक्ष मदन चौधरी, पूर्व मंत्री नागमणि, हम नेता नारायण मांझी और लोजपा जिलाध्यक्ष दिलीप सिंह सहित कई नेताओं ने सरकार की उपलब्धियों को गिनाया।
वहीं विधायक डॉ. अनिल कुमार ने कहा कि आगामी कार्यकाल में कोंच में डिग्री कॉलेज की स्थापना उनकी प्राथमिकता होगी। साथ ही अधूरे पड़े सड़क, पुल-पुलिया और स्कूल भवन के निर्माण कार्य पूरे कराए जाएंगे। उन्होंने दावा किया कि “न्याय के साथ विकास” का वादा उन्होंने पूरा किया है।

‘टिकारी मांगे कमलेश’ पोस्टर पर मांझी नाराज
सम्मेलन के दौरान उस समय अप्रत्याशित स्थिति बन गई जब कुछ कार्यकर्ताओं ने लोजपा (रा.) नेता व टिकारी के पूर्व प्रत्याशी कमलेश शर्मा के समर्थन में “टिकारी मांगे कमलेश” लिखे पोस्टर लहराए। इस पर मांझी नाराज हो गए और मंच से लोजपा (रा.) प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी को संबोधित करते हुए साफ कहा कि “टिकारी से उम्मीदवार सिर्फ अनिल कुमार होंगे, ऐसे कृत्य सही नहीं हैं।” बाद में राजू तिवारी ने मंच पर जाकर मांझी को शांत कराने का प्रयास किया।
बारिश ने डाला व्यवधान
सम्मेलन के बीच अचानक तेज बारिश शुरू हो गई, जिससे पंडाल और मंच पर पानी भरने लगा। भीगने से बचने के लिए कार्यकर्ताओं ने कुर्सियों का सहारा लिया और कई लोग इधर-उधर भागते दिखे। बावजूद इसके कार्यकर्ताओं का उत्साह कम नहीं हुआ। कार्यक्रम में आए कार्यकर्ताओं के लिए भोजन की भी व्यवस्था की गई थी।






