गया। हिंदुस्तानी शास्त्रीय, उपशास्त्रीय और बांग्ला रवींद्र संगीत में अपने उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रसिद्ध वयोवृद्ध गायिका शांता चक्रवर्ती को सामाजिक संस्था डॉयर फाउंडेशन द्वारा सम्मानित किया गया। यह सम्मान आर्थर डॉयर मेमोरियल सेंटर फॉर म्यूजिक एक्सीलेंस की ओर से प्रदान किया गया।
शनिवार को संस्था के अध्यक्ष प्रियरंजन डॉयर और अन्य पदाधिकारियों ने शांता चक्रवर्ती के दक्षिण दरवाजा स्थित निवास पर पहुंचकर उन्हें स्मृति चिह्न, शॉल और सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया। गौरतलब है कि शांता चक्रवर्ती इन दिनों बीमार चल रही हैं और चलने-फिरने में असमर्थ हैं।
संगीत साधना का लंबा सफर
शांता चक्रवर्ती ने संगीत की प्रारंभिक शिक्षा पंडित रामस्वरूप पाठक से प्राप्त की थी। उनकी गाई हुई भजन पटना आकाशवाणी से प्रसारित होती थीं। उन्होंने महाबोधि सोसाइटी ऑफ इंडिया, बोधगया में आयोजित संगीत प्रतियोगिताओं में कई बार जज के रूप में अपनी सेवाएं दीं।
प्रतिभाओं को निखारने का प्रयास
आर्थर डॉयर मेमोरियल सेंटर फॉर म्यूजिक एक्सीलेंस कला और संगीत से जुड़ी नई प्रतिभाओं को मंच देने के साथ-साथ पुराने और प्रतिष्ठित कलाकारों को सम्मानित करने का कार्य करता है। अब तक संस्था ने तबला वादक पंडित श्रीकांत तिवारी सहित कई अन्य कलाकारों को सम्मानित किया है। इस अवसर पर प्रिय रंजन डॉयर, रूपक, राजीव उर्फ झूनना जो, शफी अहमद, और शांता चक्रवर्ती के पुत्र अतनु चक्रवर्ती सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।