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अंचल कार्यालय में व्याप्त भ्र्ष्टाचार एवं अंचल अधिकारी के तानाशाही रवैया के विरोध में गुरुवार को प्रमुख संघ के जिला अध्यक्ष सह बेलागंज प्रमुख के नेतृत्व में प्रमुखों का एक शिष्टमंडल जिलाधिकारी से मिलकर उचित कारवायी की मांग किया। जिलाधिकारी ने कर्मचारियों के मुंशी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज एवं अंचलाधिकारी के कार्यकलापों की जांच भूमि उपसमाहर्ता से कराने का आश्वासन दिया।
प्रमुख संघ के जिलाध्यक्ष सह बेलागंज प्रमुख कान्ति देवी के नेतृत्व में प्रमुखों का एक शिष्टमंडल जिलाधिकारी से मिला। इस दौरान शिष्टमंडल ने एक लिखित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। जिसमें बेलागंज अंचल कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार का उल्लेख किया गया है। कहा है कि बेलागंज में पदस्थापित राजस्व कर्मचारी अपने कार्यालय में स्वयं नही बैठते है। उनके जगह उनके मुंसी बैठते है और किसी कार्य के एवज में अंचलाधिकारी के नाम पर मनमाने आर्थिक दोहन करते हैं। जिस कार्य मे आर्थिक फायदा होता है उसका निस्तारण किया जाता है और जिसमे आर्थिक फायदा नहीं होता है उसे या तो निरस्त किया जाता है या लम्बित छोड़ दिया जाता है।यहां तक की कोई प्रतिनिधि किसी काम का आग्रह करते है तो बह कार्य नही होता है। क्योंकि उसमें आर्थिक फायदा नही होता है। इतना ही नहीं सभी कार्यो का दर भी निर्धारित है। बंदोबस्ती हेतु कम से कम पांच हजार, ईडब्ल्यूइस हेतु एक हजार, आय प्रमाण पत्र तीन सौ से पांच सौ रुपया निर्धारित है। इस परिस्थिति में आम जन तो क्या पंचायत प्रतिनिधि को नित्य जलील होना पड़ता है। प्रमुख कान्ति देवी ने बतायी की जिलाधिकारी ने मामले को गम्भीरता से सुना। इसके बाद जिलाधिकारी ने मुंसी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने एवं अंचलाधिकारी के क्रियाकलापों की जांच भूमि उपसमाहर्ता से कराने का आश्वासन दिया है।

रिपोर्ट – अजीत कुमार ,बेलागंज