देवब्रत मंडल
गया। मगध क्षेत्र और पूरे उत्तर भारत के लिए गौरवपूर्ण क्षण तब आया जब श्रीस्वामी रामाचार्य गुरु महाराज, जो पिछले 50 वर्षों से मंत्रालय वैदिक पाठशाला के माध्यम से वेद शिक्षा, धर्म जागृति और सनातन वैदिक धर्म के संरक्षण में लगे हुए हैं, को योगा यूनिवर्सिटी ऑफ अमेरिका (फ्लोरिडा, यूएसए) द्वारा डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया।
यह ऐतिहासिक सम्मान ग्लोबल योगा समिट 2024 के दौरान डॉ. बाबू राजेंद्र प्रसाद इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर, बेंगलुरु (कर्नाटक) में 14 और 15 दिसंबर को आयोजित कार्यक्रम में प्रदान किया गया। कार्यक्रम का संचालन अरुलू मल्लीगे पार्थसारथी ने किया।
50 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों की भागीदारी
समिट में विश्व के 50 से अधिक देशों से योग, वैदिक परंपरा और कला जगत के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस दौरान 11 व्यक्तियों को उनके-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट सेवाओं और योगदान के लिए विशेष सम्मान दिया गया। इनमें उत्तर भारत से केवल श्रीस्वामी रामाचार्य गुरु महाराज को यह प्रतिष्ठित सम्मान प्राप्त हुआ, जो मगध क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।
9000 से अधिक प्रतिभागियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में पूरे विश्व से 9000 से अधिक प्रतिभागी उपस्थित रहे। इस समारोह ने न केवल मगध क्षेत्र बल्कि पूरे बिहार राज्य के लिए गर्व का क्षण प्रस्तुत किया। मंत्रालय वैदिक पाठशाला और गया क्षेत्र के निवासियों ने इसे एक अद्भुत और ऐतिहासिक क्षण बताया। यह सम्मान श्रीस्वामी रामाचार्य गुरु महाराज के दशकों के अथक प्रयासों और वैदिक धर्म के संरक्षण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का वैश्विक स्तर पर स्वीकृति है।