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वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल

एक तरफ जहां बिहार के गया जिले में नकली दवा बना कर लोगों के जीवन को खतरे में डाल देने जैसे घृणित अपराध सामने आया है, वहीं बिहार के एक अन्य जिले से आर्म्स बनाकर बेचने वाले एक शख्स की गिरफ्तारी आरपीएफ़ ने की है। मामला बिहार के मुंगेर से जुड़ा हुआ है। यहां से पिस्टल ले जाकर उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में बेचने वाले एक तस्कर को डीडीयू जंक्शन पर तैनात आरपीएफ़ एवं जीआरपी की टीम ने गिरफ्तार किया है। जिसके पास से तीन पिस्टल बरामद हुआ है। जिसकी कीमत करीब डेढ़ लाख रुपए आंकी गई है। डीडीयू आरपीएफ पोस्ट निरीक्षक प्रभारी प्रदीप कुमार रावत एवं जीआरपी के इंस्पेक्टर सुरेश कुमार ने बताया कि उनके नेतृत्व में आरपीएफ पोस्ट डीडीयू के उप निरीक्षक मुकेश कुमार, सीपीडीएस टीम के आरक्षी अक्षय लाल यादव, प्रधान आरक्षी अनिल सिंह के साथ जीआरपी के उप निरीक्षक रावेन्द्र कुमार मिश्रा व बल के जवान संयुक्त रूप से डीडीयू जंक्शन पर गश्त व चेकिंग कर रहे थे।

इसी दौरान प्लेटफॉर्म नंबर 03/04 के पश्चिमी छोर पर एक व्यक्ति संदिग्धावस्था में घूम रहा था। जिसे घेरकर समय पकड़ा गया। जिससे पूछताछ करने पर वह अपना नाम व पता अब्दुल अहद उम्र 30 वर्ष, पुत्र अबुव कृद , निवासी – राहुल चौराहा डिहवा थाना- कोतवाली, जिला – सुल्तानपुर (उत्तर प्रदेश) बताया। पूछताछ में बताया की उसके पास देशी पिस्टल है। तलाशी लेने पर उसकी कमर से एक अवैध देशी पिस्टल (32 बोर) का मिला। उसके पास रहे पिट्ठू बैग की जांच की गई तो दो देशी पिस्टल 32 बोर का बरामद किया गया। इंस्पेक्टर श्री रावत के अनुसार बरामद पिस्टल के संबंध में पूछने पर बताया कि वह मुंगेर (बिहार) से खरीद कर अपने जनपद (सुल्तानपुर) में कुछ लोगों को बेचने जा रहा था। उन्होंने बताया आरोपी के विरुद्ध धारा-3/25 (8) आर्म्स एक्ट के तहत कांड पंजीकृत करते हुए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। बरामद पिस्टलों की अनुमानित कीमत लगभग 1.50 लाख रुपए आंकी गई है।