गया जी। शहर के साहित्यिक और सांस्कृतिक इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय जुड़ने जा रहा है। बस कुछ ही घंटे बाद, ऐतिहासिक में मगध पुस्तक मेला सह सांस्कृतिक उत्सव 2025 का भव्य शुभारंभ होगा। गैलेंट इंडिया फाउंडेशन के तत्वावधान में आयोजित यह आयोजन 23 दिसंबर से 2 जनवरी 2026 तक ज्ञान, साहित्य और संस्कृति का सशक्त मंच बनेगा।
उद्घाटन समारोह आज अपराह्न 2:30 बजे से प्रारंभ होगा, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय मंत्री की गरिमामयी उपस्थिति रहेगी। वहीं विशिष्ट अतिथियों में बिहार विधानसभा अध्यक्ष और बिहार सरकार के मंत्री शामिल होंगे।
कार्यक्रम में शिक्षा और आध्यात्मिक क्षेत्र के प्रतिष्ठित विद्वानों की भी सहभागिता रहेगी। मगध विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. डॉ. विनोद कुमार मंगलम, मानपुर राजेंद्र आचार्य संस्कृत विद्यालय के महंत डॉ. सुदर्शनाचार्य जी महाराज तथा बोधगया मठ के स्वामी विवेकानंद गिरी जी की उपस्थिति से समारोह की गरिमा और बढ़ेगी।
इस वर्ष आयोजन की थीम “ज्ञान की संस्कृति: पुस्तक, परंपरा, प्रकृति” रखी गई है। मेला परिसर में देश-प्रदेश के नामचीन प्रकाशकों की पुस्तकें, साहित्यिक परिचर्चाएं, कला-शिल्प प्रदर्शनी, बच्चों व युवाओं के लिए विशेष गतिविधियां तथा विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम दर्शकों को आकर्षित करेंगे।
सांझ ढलते ही सजेगी सांस्कृतिक संध्या
आज उद्घाटन दिवस की संध्या 5:30 बजे से रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत होगी। विशेष आकर्षण के रूप में प्रयास रंगमंडल, पटना द्वारा चर्चित मगही नाटक “दशरथ मांझी” का मंचन किया जाएगा, जो श्रम, संकल्प और संघर्ष की प्रेरक गाथा को जीवंत रूप में प्रस्तुत करेगा।
आयोजक मंडल ने गया जी के नागरिकों, साहित्य-प्रेमियों, विद्यार्थियों, युवाओं और परिवारों से अपील की है कि वे इस ऐतिहासिक आयोजन में सहभागी बनें और पुस्तक व संस्कृति के इस उत्सव का हिस्सा बनें।
गौरतलब है कि आज से ठीक दो घंटे बाद शुरू होने वाला यह आयोजन अगले दस दिनों तक गया जी को साहित्य और संस्कृति के रंग में रंग देगा।






