बोधगया। स्वास्थ्य देखभाल प्रबंधन शिक्षा और सामाजिक स्वास्थ्य क्षेत्र को सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से, भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) बोधगया ने प्रतिष्ठित संगठन पीएसआई इंडिया के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। यह साझेदारी आईआईएम बोधगया द्वारा शुरू किए गए एमबीए (अस्पताल और हेल्थकेयर मैनेजमेंट) कार्यक्रम को नई ऊंचाइयों पर ले जाने और स्वास्थ्य सेवा उद्योग में उत्कृष्टता स्थापित करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।
एमबीए (एचएचएम) कार्यक्रम: एक व्यापक दृष्टिकोण
आईआईएम बोधगया का 2-वर्षीय पूर्णकालिक एमबीए (अस्पताल और हेल्थकेयर मैनेजमेंट) कार्यक्रम कॉर्पोरेट अस्पतालों, सार्वजनिक स्वास्थ्य, डिजिटल हेल्थ, फार्मास्यूटिकल्स, स्वास्थ्य बीमा और परामर्श जैसे क्षेत्रों के लिए प्रतिभाशाली पेशेवर तैयार करने पर केंद्रित है। कार्यक्रम में चार महीने की समर इंटर्नशिप सहित व्यावहारिक अनुभव के माध्यम से छात्रों को उद्योग की गहराई से समझ प्रदान की जाती है।
आईआईएम बोधगया की निदेशक डॉ. विनीता सहाय ने इस समझौते को स्वास्थ्य प्रबंधन शिक्षा में एक रणनीतिक और भविष्यवादी पहल बताते हुए कहा, “यह एमओयू न केवल अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देगा, बल्कि सामाजिक प्रभाव के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा।”
पीएसआई इंडिया के कार्यकारी निदेशक श्री मुकेश कुमार सिन्हा ने कहा कि, “यह साझेदारी स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र में नवाचार और परिवर्तन लाने के लिए छात्रों को एक अद्वितीय मंच प्रदान करेगी।”
साझेदारी के प्रमुख आयाम
- विशेषज्ञ लेक्चर: पीएसआई इंडिया के विशेषज्ञ छात्रों को समसामयिक स्वास्थ्य मुद्दों पर व्याख्यान देंगे।
- सामुदायिक इमर्शन और इंटर्नशिप: छात्रों को सामुदायिक स्वास्थ्य समस्याओं को समझने और समाधान विकसित करने का व्यावहारिक अनुभव मिलेगा।
- संयुक्त कार्यक्रम: सार्वजनिक स्वास्थ्य पर राउंड टेबल चर्चाएं, सेमिनार, कार्यशालाएं और सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे।
- अनुसंधान एवं नवाचार: स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में ज्ञान-साझाकरण और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त अनुसंधान की पहल की जाएगी।
स्वास्थ्य सेवा में उत्कृष्टता का केंद्र बनने की प्रतिबद्धता
आईआईएम बोधगया के एमबीए (एचएचएम) कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रोफेसर स्वप्नराग स्वैन ने इस साझेदारी को छात्रों के लिए परियोजना कार्यान्वयन और सामाजिक स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान का एक अनूठा अवसर बताया। उन्होंने कहा, “यह पहल स्वास्थ्य सेवा उद्योग में एक स्थायी प्रभाव छोड़ने की दिशा में एक बड़ा कदम है।”
एक उज्जवल भविष्य की ओर कदम
यह एमओयू न केवल आईआईएम बोधगया को स्वास्थ्य देखभाल प्रबंधन शिक्षा में उत्कृष्टता केंद्र के रूप में स्थापित करेगा, बल्कि शिक्षा और उद्योग के बीच की खाई को पाटने में भी मदद करेगा। यह साझेदारी भारतीय स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में बदलाव और विकास की दिशा में एक प्रेरणादायक प्रयास है।